नई दिल्ली:लोग फिट रहने के लिए ना जाने क्या- क्या करते हैं लेकिन जागरूकता की कमी और जानकारी का अभाव होने से कई तरीके अपनाने के बाद भी लोग शरीर को फिट नहीं रख पाते.
हर साल जून का महीना फिटनेस को लेकर खबरों में रहता है. 2015 में 21 जून को योग दिवस की शुरुआत हुई जिसके बाद शरीर को फिट रखने के लिए योग का सहारा लेने लगे. हमारे समाज में कुछ ऐसे भी लोग हैं जिन्हें खुद को फिट रखने की ललक ने इसी क्षेत्र में नाम कमाने का मौका भी दिया है. ऐसी ही एक शख्सियत हैं जिन्नी गोगिया चुग जिनसे ईटीवी भारत ने उनसे उनके करियर और फिटनेस के बारे में विस्तार से बातचीत की.
जिन्नी गोगिया चुग फिटनेस एथलीट और फिटनेस एक्सपर्ट हैं. वर्तमान में वे फिटनेस से जुड़ी ही एक कंपनी चला रही हैं. बता दें कि जिन्नी आइटीबीपी, सीआईएसएफ और सीआरपीएफ की महिला बटालियन को फिटनेस ट्रेनिंग भी दे चुकी हैं. साथ ही इन्होंने फिटनेस की बदौलत ही भारत के लिए चार स्वर्ण पदक भी जीते हैं.
फिटनेस के पैशन ने दिलाए देश को 4 गोल्ड
जिन्नी अपने करियर के बारे में बताती हैं कि मैं एक पब्लिक स्कूल टीचर थी, मेरा 15 साल का टीचिंग करियर रहा. मुझे पढ़ाई का बहुत शौक था और शायद यही कारण है कि मैंने एमए इंग्लिश किया, फिर एमएड किया और उसके बाद एमबीए भी. फिर एजुकेशन राइटर बन गई और फुल टाइम राइटिंग को कंसीडर किया. फिर एक पब्लिशिंग हाउस के साथ मिलकर एमए इंग्लिश की 11 रेफरेंस बुक भी लिखीं.
उसी दौरान मैंने सुबह के टाइम जिम ज्वाइन किया, क्योंकि पब्लिकेशन हाउस दोपहर को खुलता था. वहीं से मुझ में फिटनेस के क्षेत्र में पैशन जागा और मैंने चैंपियनशिप की तैयारियां शुरू की. मैंने वेट लिफ्टिंग ट्राई किया और मेरा सिलेक्शन हो गया. मैंने फिजिकल फिटनेस कॉलमनिस्ट के रूप में भी काम शुरू किया फिर मैं फिट इंडिया की ब्रांड एम्बेसडर बनी.
जिसके बाद उन्होंने आइटीबीपी, सीआईएसएफ और सीआरपीएफ की महिला बटालियन को ट्रेनिंग देने का काम शुरू किया. फिर वे पावर लिफ्टिंग करने लगीं. जब कॉमनवेल्थ साउथ अफ्रीका में हुआ, उसमें भारत की तरफ से वे चार सदस्यीय टीम के साथ गई थीं. जहां मास्टर कैटेगरी में उन्हें 4 गोल्ड मिले.