श्रीनगर : नशा एक बड़ा अभिशाप है, यह तो सभी जानते हैं, लेकिन युवा पीढ़ी बड़ी तादाद में इसकी आदी है. मध्य कश्मीर के बडगाम जिले में भी यह अभिशाप लगातार बढ़ता जा रहा है. इस साल पुलिस ने नशीली दवाओं के खिलाफ अभियान को मजबूत किया और बड़े पैमाने पर गिरफ्तारियां कीं. बडगाम पुलिस के साथ-साथ जिला प्रशासन ने भी लोगों को नशीली दवाओं के नकारात्मक प्रभाव के बारे में जागरूक करने के लिए कई कार्यक्रम आयोजित किए हैं.
प्रशासन ने जिले में विभिन्न स्थानों पर नशीले पदार्थों को लेकर विज्ञापन और पोस्टर चिपकाए हैं, लेकिन इसका कोई असर नहीं हो रहा है. बडगाम की युवा पीढ़ी इस बुरी आदत में शामिल हो गई है.
सामाजिक कार्यकर्ताओं और आम लोगों के अनुसार हम इसे रोकने में विफल रहे हैं और दूसरी ओर प्रशासन द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है. उनका यह भी मानना है कि अगर प्रशासन ठोस कदम उठाए तो हम अपने समाज को नशा मुक्त बना सकते हैं.
जानकारों के मुताबिक अगर ड्रग तस्कर को गिरफ्तार किया जाता है तो उसे जमानत नहीं मिलनी चाहिए.
इस साल अकेले बडगाम पुलिस ने 77 ड्रग तस्करों को गिरफ्तार किया है और 47 एनडीपीएस मामले दर्ज किए हैं.
पुलिस ने नशा तस्करों के पास से 23 बोतल शराब, 12,601 स्पोस्मा प्रॉक्सी टैबलेट, 3.6 किलो चरस, 28 किलो भांग, 323 ग्राम हेरोइन, 589 बोतल कोडीन फॉस्फेट और 7 लीटर कोडीन बरामद किया है.
उनके पास से 622 किलो पोस्ता पुआल, 15500 नकद और चौदह वाहन भी बरामद किए गए हैं जिनका इस्तेमाल अपराधों में किया गया था.