नई दिल्ली: आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की रणनीति को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के शीर्ष नेताओं की एक अहम बैठक हुई. जिसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शामिल हुए. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक लगभग दो घंटे से अधिक समय तक चली बैठक में उत्तर प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और संगठन महामंत्री सुनील बंसल भी उपस्थित थे. यह बैठक शाह के आधिकारिक आवास पर हुई.
मुख्यमंत्री कार्यालय ने योगी की केंदीय नेताओं से हुई इस मुलाकात को शिष्टाचार भेंट करार दिया. हालांकि, सूत्रों के अनुसार बैठक में आगामी विधानसभा चुनाव की रणनीति की रूपरेखा को लेकर चर्चा हुई. उत्तर प्रदेश विधान परिषद में खाली चार सीटों पर उम्मीदवारों के बारे में भी चर्चा की गई. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक केंद्रीय नेतृत्व की ओर से योगी को चुनाव से पहले राम मंदिर निर्माण की उपलब्धियों पर एक यात्रा निकालने की रुपरेखा तैयार करने को कहा गया. साथ ही यह निर्देश भी दिया गया कि अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) को लेकर हाल ही में केंद्र की ओर से लिए गए फैसलों को जमीनी स्तर पर पहुंचाने को लेकर वह एक रणनीति बनाएं.
ज्ञात हो कि हाल ही में केंद्र सरकार ने अखिल भारतीय चिकित्सा शिक्षा कोटे में ओबीसी के लिए 27 प्रतिशत आरक्षण संबंधी फैसला लिया था. पिछले दिनों संसद के मानसून सत्र में ओबीसी जातियों की पहचान करने और सूची तैयार करने संबंधी अधिकार राज्यों को देने वाला विधेयक पारित हुआ था. पार्टी की कोशिश अब इन फैसलों को चुनावों में भुनाने की है. इससे पहले, जून महीने के मध्य में योगी ने दिल्ली का दौरा किया था. उस दौरान उन्होंने भाजपा के शीर्ष नेताओं के अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात की थी.