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15 अगस्त को मनाएंगे किसान मजदूर आजादी संघर्ष दिवस: योगेंद्र यादव

कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली के जंतर मंतर पर चल रही किसान संसद में शुक्रवार को विपक्षी दल किसानों को सुनने के लिए आए. किसानों का नेतृत्व कर रहे योगेंद्र यादव ने ऐलान किया कि सभी किसान स्वतंत्रता दिवस को 'किसान मजदूर आजादी संघर्ष दिवस' के रूप में मनाएंगे.

योगेंद्र यादव
योगेंद्र यादव

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Published : Aug 6, 2021, 10:22 PM IST

नई दिल्ली:कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली के जंतर-मंतर पर किसानों की संसद में तमाम विपक्षी दल पहुंचे और केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए कृषि कानूनों के खिलाफ अपनी एकजुटता प्रकट की. किसान आंदोलन को विपक्षी दलों की ओर से मिले समर्थन को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा के नेता योगेंद्र यादव ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की.

'15 अगस्त को मनाएंगे किसान मजदूर आजादी संघर्ष दिवस'

किसानों का नेतृत्व कर रहे योगेंद्र यादव ने कहा कि किसान संसद के दौरान संसदीय लोकतंत्र की एक बेहद ही सुंदर परिभाषा देखने को मिली, जहां पर सभी किसानों को विपक्षी दलों ने आराम से बैठकर सुना. आमतौर पर भारतीय संसद में ये देखने को नहीं मिलता है, वहां अधिकतम समय शोर-शराबा, एक पक्ष की ओर से अपनी आवाज रखने के लिए जद्दोजहद देखने को मिलती है. लेकिन किसान संसद में एक मर्यादा है, जिसका हर कोई पालन कर रहा है. किसान संसद में विपक्षी दल किसानों को सुनने के लिए आए थे तो उन्होंने आराम से बैठ कर किसानों की बातों को सुना.

योगेंद्र यादव ने इस दौरान सरकार पर भी तंज कसते हुए कहा कि पिछले 8 महीने से सरकार का अहंकार जारी है और उसी अहंकार को तोड़ने के लिए हम सड़क पर आए हैं. सरकार का अहंकार जब तक नहीं टूटता है, हम सड़कों पर ही रहेंगे. उन्होंने कहा कि सरकार ने ही हमें यहां रोक रखा है. सरकार की जिद्द और अहंकार के चलते किसान सड़कों पर हैं. सरकार जब तक चाहे किसान आंदोलन को आगे ले जा सकती है, इसमें किसानों को कोई परेशानी नहीं है. लेकिन जब तक किसानों की मांगे पूरी नहीं होती है किसान सड़कों पर ही डटे रहेंगे.

इसके साथ ही विपक्षी नेताओं के जंतर-मंतर पर पहुंचने को लेकर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने भी कटाक्ष किया. जिसमें उन्होंने विपक्षी दलों को किसान संसद में पहुंचने पर बिन बुलाया मेहमान बताया.

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उन्होंने कहा कि किसान संसद में विपक्षी दलों के पहुंचने पर किसानों की ओर से विपक्षी दलों को मंच नहीं दिया गया. जिस पर जवाब देते हुए योगेंद्र यादव ने कहा कि किसान संसद है जहां पर किसानों द्वारा अपनी बातें रखी जा रही हैं और विपक्षी दल किसान संसद में किसानों की बातें सुनने के लिए आए थे. जो लोग यहां पर आए थे, उन्हें पहले से पता था कि किसान संसद में कोई मंच नहीं दिया जाएगा. यही किसान संसद की मर्यादा है जिसका पालन करते हुए ही वो किसान संसद में शामिल हुए थे.

इसके साथ ही योगेंद्र यादव ने 15 अगस्त को लेकर ऐलान किया कि सभी किसान स्वतंत्रता दिवस को 'किसान मजदूर आजादी संघर्ष दिवस' के रूप में मनाएंगे. इस दिन सभी किसान तिरंगा झंडा लेकर अपने-अपने जिले, तहसील इलाकों में मोर्चे के साथ निकलेंगे. जिससे कि पूरा देश तिरंगे की ताकत को देखेगा और किसानों की एकजुटता भी देखने को मिलेगी.

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