नई दिल्ली: भाजपा सांसद और भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कनॉट प्लेस थाने में दर्ज कराई गई दो एफआईआर में महिला पहलवानों ने गंभीर आरोप लगाए हैं. इनमें से एक एफआईआर पॉक्सो एक्ट के तहत दर्ज की गई है. पहली एफआईआर नाबालिग द्वारा लगाए गए आरोपों के आधार पर है.
वहीं, दूसरी एफआईआर अन्य छह पहलवानों द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों पर आधारित है. एफआईआर में पीड़ित महिला पहलवानों ने आरोप लगाए हैं कि बृजभूषण की वजह से उनका कैरियर दांव पर लग गया था. वह न तो ठीक से प्रैक्टिस कर पा रही थीं और न ही खेल पा रही थीं. एक पहलवान ने आरोप लगाया है कि बृजभूषण शरण सिंह पहलवानों से छेड़छाड़ करने के लिए जानबूझकर होटल के उसी फ्लोर पर अपना कमरा बुक कराते थे, जिस पर खिलाड़ी रुकते थे.
पहलवानों ने बताया कि वर्ष 2021 में बुल्गारिया में वे लोग खेलने गई थीं. होटल में उन्हीं के फ्लोर पर बृजभूषण ने भी अपना कमरा बुक कराया था. होटल में वह लुंगी पहनकर घूमते थे और खिलाड़ियों से जबरदस्ती बात करते थे. वह महिला पहलवानों को ऐसी चीजें खाने के लिए देते थे जिनकी खिलाड़ियों को अनुमति नहीं है. इस बहाने वह महिला पहलवानों से बात करने और उनके बीच घुसने की कोशिश करते थे.
नाबालिग पहलवान ने कहा- गलत तरीके से छुआ
नाबालिग महिला पहलवान ने आरोप लगाया है कि उसने मेडल जीता था. इसके बाद उसके साथ फोटो खिंचवाने के बहाने बृजभूषण ने उन्हें कसकर पकड़ लिया था. अपनी ओर खींचा, कंधे पर जोर से दबाया और फिर जान-बूझकर गलत जगह पर छुआ. इससे पहले भी उनकी ऐसी हरकत पर पीड़िता ने स्पष्ट कर दिया गया था कि वह उसका पीछा न करें. उसे उनके साथ इस तरह के संबंध बनाने में कोई दिलचस्पी नहीं है.
नाबालिग पीड़िता के पिता की ओर से इस मामले की शिकायत दी गई थी जिसके आधार पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है. पिता ने बताया कि बृजभूषण ने गलत तरीके से छूते हुए उससे कहा था कि वह उनका सपोर्ट करे तो वह कुश्ती में उसका सपोर्ट करते रहेंगे. इस पर पीड़िता ने उन्हें स्पष्ट कर दिया था कि वह मेहनत करके इस मुकाम तक पहुंची है और आगे भी मेहनत से ही अपना कैरियर बनाएगी.