लाहौल स्पीति : हिमाचल में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है. 12 नवंबर को प्रदेश की सभी 68 विधानसभा सीटों पर वोटिंग होगी और 8 दिसंबर को मतगणना होगी. हिमाचल में चुनाव के लिए आयोग की टीम पूरी तरह तैयार है लेकिन सबसे बड़ी चुनौती हैं देश के सबसे ऊंचे पोलिंग बूथ, जहां पहुंचना ही अपने आप में चुनौती है. हिमाचल में 80 साल से अधिक उम्र के मतदाताओं की संख्या भी एक लाख से अधिक है और इनमें महिलाओं की संख्या अधिक है. हिमाचल चुनाव से जुड़ी ऐसी ही कई रोचक जानकारियों निकलकर सामने आई हैं. (Himachal election schedule) (interesting facts about himachal election) (World highest polling Booth)
टशीगंग है दुनिया का सबसे ऊंचा पोलिंग बूथ- हिमाचल प्रदेश का लाहौल स्पीति जिला बर्फ का मरुस्थल कहा जाता है. नवंबर के बाद होने वाली बर्फबारी इस जिले को लगभग पूरी दुनिया से काट देती थी हालांकि अब अटल टनल बनने के बाद जिले तक पूरे साल पहुंचा जा सकता है. लेकिन इस जिले के दुर्गम इलाकों में मतदान करवाना आयोग के लिए सबसे बड़ी चुनौती है. लाहौल स्पीति का टशीगंग (Tashigang) गांव दुनिया का सबसे ऊंचा मतदान केंद्र है. जो 15,256 फीट या 4650 मीटर की ऊंचाई पर है, यहां से चीन की सीमा महज 10 किलोमीटर दूर है और जिला मुख्यालय काजा करीब 35 किलोमीटर दूर है. इस बार यहां 52 मतदाता हैं. (World highest polling station)
ये है दुनिया का सबसे ऊंचा पोलिंग बूथ टशीगंग हिक्किम भी लेगा चुनाव आयोग की परीक्षा- इससे पहले लाहौल स्पीति का हिक्किम गांव दुनिया का सबसे ऊंचा पोलिंग बूथ था. 14,567 फीट की ऊंचाई पर स्थित हिक्किम गांव में दुनिया का सबसे ऊंचा पोस्ट ऑफिस और जिम है. हिक्किम गांव में भी मतदान करवाना भी एक चुनौती होगा. वैसे ऐसी चुनौतियां चुनाव विभाग को कई जगह मिलेंगी क्योंकि हिमाचल विधानसभा चुनाव 2022 में इस बार कुल 7881 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. इनमें से 65 मतदान केंद्र 10 से 12 हजार फीट की ऊंचाई पर हैं. जबकि 20 मतदान केंद्र 12 हजार की फीट से भी अधिक ऊंचाई पर हैं. (First Voter of Independent India) (Shyam Saran Negi) (Tashigang the world highest Polling Station)
2019 लोकसभा चुनाव में टशीगंग पोलिंग बूथ हिमाचल विधानसभा चुनाव से जुड़ी कुछ और रोचक जानकारी
- - आजाद भारत के पहले मतदाता मास्टर श्याम सरन नेगी भी हिमाचल से हैं. 105 साल के श्याम सरन नेगी किन्नौर विधानसभा क्षेत्र
- - प्रदेश के 142 मतदान केंद्र पूरी तरह से महिलाओं द्वारा संचालित होंगे. इन बूथ पर वोटिंग से लेकर सुरक्षा तक का जिम्मा महिलाओं के कंधों पर होगा.
- - हिमाचल में 37 मतदान केंद्र ऐसे हैं जिन्हें दिव्यांगों द्वारा संचालित किया जाएगा.
- - चंबा जिले की भरमौर विधानसभा क्षेत्र का चस्क भटोरी मतदान केंद्र सड़क मार्ग से 14 किलोमीटर दूर है. यानी पोलिंग पार्टी को ये सफर पैदल तय करना होगा.
- - हिमाचल प्रदेश में 100 साल से अधिक की उम्र के कुल 1181 मतदाता हैं. इनमें 767 महिलाएं और 414 पुरुष हैं.
- -इसी तरह हिमाचल में 80 से 99 साल के कुल 1,20,894 मतदाता हैं. इनमें से 52,928 पुरुष और 67,966 महिलाएं हैं.
- - कांगड़ा के सिद्धबाड़ी पोलिंग बूथ पर सर्वाधिक 1494 मतदाता हैं. नियम के मुताबिक एक पोलिंग बूथ पर अधिकतम 1500 मतदाता वोट डाल सकते हैं.
- - किन्नौर विधानसभा क्षेत्र में का (KA) नामक पोलिंग बूथ पर सिर्फ 16 मतदाता वोट डालेंगे.
हिमाचल में 80 साल से अधिक उम्र के मतदाता - - हिमाचल के कुल 55,07,261 मतदाताओं में से सिर्फ 37 थर्ड जेंडर मतदाता हैं. साल 2017 में इनकी संख्या 59 थी
- -65 पोलिंग बूथ 10 से 12 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित हैं.
- -20 पोलिंग बूथ 12 हजार फीट से अधिक ऊंचाई पर स्थित हैं.
- -लाहौल-स्पीति का टशीगंग पोलिंग बूथ हिमाचल या देश का नहीं बल्कि दुनिया का सबसे ऊंचा पोलिंग बूथ है. जो 15,256 फीट की ऊंचाई पर स्थित है. इस पोलिंग बूथ पर इस बार 52 मतदाता वोट डालेंगे.
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