हैदराबाद : विश्व स्वप्न दिवस हर साल 25 सितंबर को मनाया जाता है. इसके आयोजन के पीछे मुख्य उद्देश्य एकल, सामूहिक, पारिवारिक, संस्थागत, समुदाय या किसी अन्य स्तर पर सपनों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कुछ समय निकालने के लिए प्रोत्साहित करना है. ताकि स्वप्न देखने वाले उसको पूरा करने के लिए सकरात्मक प्रयास कर सकें.
स्वप्न दिवस का महत्व: हर इंसान अपने जीवन में स्वप्न देखता है. कुछ लोग पूरा करने के लिए मेहनत करते हैं. लेकिन एक चीज जो ज्यादातर लोगों को अपने सपनों को हासिल करने से रोकती है डर है. वे भविष्य की चुनौतियों से डरे रहते हैं. उन्हें चिंता होती है कि वे अपने काम में असफल हो जायेंगे. जब बात अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने की खोज की आती है तो स्वस्थ मानसिकता अपनाने का प्रयास करना सबसे महत्वपूर्ण है. अज्ञात डर से दूर भागने के बजाय उसका सामना करें.
स्वप्न दिवस का अर्थ और परिभाषा: स्वप्न दिवस अनौपचारिक रूप से वह दिन है जब कोई नींद के दौरान एक विशेष रूप से सुखद या यादगार सपने का अनुभव करता है. लेकिन स्वप्न का कोई खास मतलब नहीं होता है. जानकार इसे मानकीकृत परिभाषा मानते हैं.