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2045 तक पूरी दुनिया में 78 करोड़ से अधिक लोग शुगर की बीमारी से होंगे ग्रस्त, जानें आज का दिन क्यों है खास

आज के समय में डायबिटीज एक आम बीमारी है. डायबिटीज मूल रूप से अंग्रेजी शब्द है. इसे हिंदी में मधुमेह कहा जाता है. ग्रामीण क्षेत्र में आम बोलचाल की भाषा में इसे शुगर की बीमारी भी कहा जाता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से डायबिटीज को मानव स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा के रूप में देखते हुए इससे निपटने के लिए बहुआयामी कदम उठाने का फैसला लिया. इसके तहत हर साल 14 नवंबर को विश्व मधुमेह दिवस के रूप में मनाया जाता है. पढ़ें पूरी खबर.. World Diabetes Day 2023, Frederick Grant Banting, World Diabetes Day History.

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Nov 14, 2023, 12:02 AM IST

Updated : Nov 14, 2023, 3:00 PM IST

World Diabetes Day 2023
विश्व डायबिटीज दिवस

हैदराबाद :स्वास्थ्य के क्षेत्र में लंबे समय से डायबिटीज की समस्या बड़ी चुनौती बनी हुई है. इस गंभीर स्वास्थ्य खतरे के बारे में बढ़ती चिंताओं के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए 1991 में अंतरराष्ट्रीय डायबिटीज फेडरेशन और विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से विश्व मधुमेह दिवस मनाने का निर्णय लिया गया था. वहीं साल 2006 में संयुक्त राष्ट्र ने संकल्प पारित कर 14 नवंबर विश्व मधुमेह दिवस के रूप में निर्णय लिया गया. इसके बाद से आधिकारिक रूप से संयुक्त राष्ट्र दिवस की सूची में शामिल हो गया.

विश्व मधुमेह दिवस
इंसुलिन के खोजकर्ता का जन्मदिन है 14 नवंबर14 नवंबर को सर फ्रेडरिक ग्रांट बैंटिंग (Frederick Grant Banting) का जन्मदिन है, जिन्होंने 1922 में अपने सहयोगी चार्ल्स बेस्ट के साथ इंसुलिन की खोज की थी. इंसुलिन के क्षेत्र में सर फ्रेडरिक बैंटिंग के योगदान को देखते हुए उनके जन्मदिन को विश्व मधुमेह दिवस के रूप में मनाया जाता है. बता दें इंसुलिन की खोज के लिए 1923 में फिजियोलॉजी/मेडिसिन के क्षेत्र का नोबेल पुरस्कार दिया गया था. पुरस्कार के समय वे कनाडा स्थित टोरंटो विश्वविद्यालय, टोरंटो से जुड़े हुए थे. सर फ्रेडरिक बैंटिंग का जन्म 14 नवंबर 1891 को कनाडा के एलिस्टन में हुआ था. 21 फरवरी 1941 को कनाडा के न्यूफाउंडलैंड में उनका निधन हो गया.

डायबिटीज वैश्विक जागरूकता अभियान
विश्व डायबिटीज डे, विश्व का सबसे बड़ा डायबिटीज जागरूकता अभियान है. इस अभियान के द्वारा 160 देशों के 1 अरब से ज्यादा लोगों तक डायबिटीज के बारे में जागरूक किया जाता है. विश्व मधुमेह दिवस का लक्ष्य, डायबिटीज के बारे में सार्वजनिक और राजनीतिक सुर्खियों के माध्यम से वैश्विक स्वास्थ्य समस्या के निदान के लिए ठोस कार्रवाई करने के नीति निर्माताओं का ध्यान आकृष्ट करना है.

अंतरराष्ट्रीय डायबिटीज फेडरेशन की ओर से डायबिटी जागरूकता अभियान के लिए नीले वृत्त लोगो (Blue Circle Logo) तय किया गया है. 2007 में संयुक्त राष्ट्र संघ की ओर से डायबिटीज पर लाये गये प्रस्ताव के बाद इस लोगो को तय किया गया है. यह लोग वैश्विक स्तर पर डायबिटीज पीड़ित समुदाय के बीच एकता का प्रतीक है.

सालाना या कई सालों के लिए विश्व मधुमेह दिवस के लिए अलग-अलग थीम का निर्धारण किया जाता है. 2021-23 के लिए थीम मधुमेह देखभाल तक पहुंचनिर्धारित किया गया है.

वैश्विक स्तर पर आंकड़ों में डायबिटीज

  1. इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) और मद्रास डायबिटीज रिसर्च फाउंडेशन की ओर से 2023 में कराये गये शोध के अनुसार भारत में 10.1 करोड़ (101 मिलियन) डायबिटीज से पीड़ित हैं. वहीं 13.6 करोड़ (136 मिलियन) लोग प्री-डायबिटीज स्टेज में हैं.
  2. अंतरराष्ट्रीय डायबिटीज फेडरेशन के अनुसार 2021 में 537 मिलियन (53.7 करोड़) लोग डायबिटीज के साथ जीवन जी रहे थे. अर्थात 10 में से 1 वयस्क को मधुमेह से पीड़ित थे.
  3. साल 2030 तक यह संख्या 643 मिलियन (64.3 करोड़) और 2045 तक 783 मिलियन (78.3 करोड़) तक बढ़ने का अनुमान है.
  4. दुनिया भर में 240 मिलियन लोग ऐसे हैं जो डायबिटीज से पीड़ित हैं, , लेकिन जांच नहीं होने के कारण पीड़ित को इस बारे में जानकारी नहीं है. अर्थात हर 2 में से एक व्यक्ति (लगभग 44 फीसदी व्यस्क) डायबिटीज से पीड़ित हैं. इनमें अधिकांश को टाइप 2 डायबिटीज के मरीज हैं.
  5. डायबिटीज से पीड़ित 4 में से 3 से अधिक पीड़ित निम्न और मध्यम आय वाले देशों में रहते हैं.
  6. 541 मिलियन वयस्कों में टाइप 2 डायबिटीज से पीड़ित होने का खतरा है.
  7. 1.2 मिलियन से ज्यादा बच्चे व किशोर (0-19 वर्ष) टाइप 1 डायबिटीज के साथ जीवन जी रहे हैं.
  8. डायबिटीज के कारण साल 2021 में 6.7 मिलियन मौतें हुईं.
  9. 2021 में डायबिटीज पर स्वास्थ्य व्यय में कम से कम 966 बिलियन अमेरिकी डॉलर होने का अनुमान है. वैश्विक स्वास्थ्य देखभाल पर कुल खर्च का करीबन 9 फीसदी डायबिटीज पर खर्च हुआ है.
  10. 6 में से 1 जीवित (21 मिलियन) गर्भावस्था में उच्च रक्त ग्लूकोज (हाइपरग्लाइकेमिया) से प्रभावित हैं.

अगर ये लक्ष्ण हैं तो डायबिटीज जांच अवश्य कराएं

  1. एनर्जी की कमी महसूस होना.
  2. बिना कारण के वजन कम होना.
  3. अधिक प्यास लगना.
  4. बार-बार पेशाब आना.
  5. कमजोरी महसूस होना.
  6. हाथ व पैर में झुनझुनी.
  7. हाथ व पैर सुन्न हो जाना.
  8. घावों का धीमी रफ्तार से ठीक होना.
  9. बार-बार संक्रमण का शिकार होना.

हर इंसान को हेल्दी भोजन नियमित रूप से करना चाहिए. ताकि शरीर में ग्लूकोज का स्तर, कॉलेस्ट्रोल और ब्लड प्रेशर नियंत्रत रहे. इसके बाद भी अगर कोई डायबिटीज के शिकार होते हैं तो उन्हें भोजन के दौरान विशेष सतर्कता रखने की जरूरत है.

  1. अलग-अलग प्रकार के पौष्टिक पदार्थों को भोजन में शामिल करें
  2. उम्र और सेहत के अनुरूप अपने वजन को नियंत्रित करें
  3. पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थों का सेवन करें, खासकर पानी.
  4. डॉक्टरों की सलाह से नियमित रूप से भोजन और दवाई लें.

डॉक्टरों के अनुसार डायबिटीज प्रबंधन के लिए डायबिटीज सलाना देखभाल चक्र (Diabetes Annual Cycle of Care-ACC) के मानकों का पालन करना बेहतर है. Diabetes Annual Cycle के अनुसार जांच कराकर रिपोर्ट को सुरक्षित रखें.

  1. साल में कम से कम एक बार HbA1c जरूर कराएं.
  2. सालाना किडनी जांच अवश्य कराएं
  3. साल में एक बार लिपिड टेस्ट करायें
  4. हर 6 महीने में ब्लड प्रेशर की जांच कराएं
  5. जरूरत के हिसाब से सालाना या 2 साल में आंख जांच जरूर कराएं.
  6. साल में कम से कम एक बार दांतों की जांच जरूर कराएं
  7. हर 6 महीने में एक बार Foot Check जरूर कराएं
  8. हर 6 महीने में Weight, Height And BMI जांच कराएं
  9. मेडिकल जांच कराकर आवश्यकता के अनुरूप Diet तय करें
  10. रोजाना कम से आधा से एक घंटे फिजिकल वर्क करें
  11. साल में कम से कम एक बार लंबे समय के लिए मेडिकेशन जरूर करें
  12. नियमित रूप से अपना ध्यान रखें
  13. आवश्यकता के अनुरूप इमोशनल हेल्थ पर ध्यान दें

हेल्दी जीवन के लिए भोजन में इन पोषक तत्वों को निर्धारित मात्रा में करें शामिल

  1. कैल्शियम
  2. विटामिन डी
  3. फाइबर
  4. विटामिन-B12
  5. फोलेट
  6. पोटेशियम
  7. मैग्नीशियम
  8. जिंक
  9. ओमेगा-3

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Last Updated : Nov 14, 2023, 3:00 PM IST

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