नई दिल्ली : संसद के शीतकालीन सत्र का दूसरा सप्ताह कामकाज के लिहाज से खासा महत्वपूर्ण रहा, जिसमें दोनों सदनों में कई अहम विधेयक पारित किए गए, आर्थिक विषय और न्यायपालिका में नियुक्ति का मुद्दा भी उठा तथा अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में भारत और चीन के सैनिकों के बीच झड़प के मुद्दे पर विपक्ष के तीखे तेवर के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दोनों सदनों में बयान दिया. लोकसभा ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए 3.25 लाख करोड़ रुपये के अनुदान की अनुपूरक मांगों और 2019-20 के लिए अनुदान की अतिरिक्त मांगों को मंजूरी दी. चर्चा में कांग्रेस, द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सहित कई विपक्षी दलों ने अर्थव्यवस्था और महंगाई को लेकर सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने का कार्य अनिश्चितता के दौर से गुजर रहा है तथा बजटीय आवंटन एवं अर्थव्यवस्था को लेकर नरेंद्र मोदी नीत सरकार की दृष्टि ‘विफलता की कहानी को बयां करती है.’
वहीं, सरकार ने विपक्ष की आलोचना को खारिज करते हुए कहा कि कोरोना महामारी और इसके बाद की कठिन भू-राजनीतिक परिस्थिति से मुकाबला करते हुए भारतीय अर्थव्यवस्था ने फिर से रफ्तार पकड़ ली है तथा वह मंहगाई और राजकोषीय घाटे से निपटने सहित आर्थिक वृद्धि के लिए प्रतिबद्धता से काम कर रही है. पिछले सप्ताह ही समाजवादी पार्टी (सपा) की नेता डिंपल यादव ने लोकसभा सदस्य के रूप में शपथ ली. लोकसभा में तमिलनाडु की दो जनजातियों को अनुसूचित जनजाति (एसटी) सूची में डालने के प्रावधान वाले ‘संविधान (अनुसूचित जनजातियां) आदेश (दूसरा संशोधन) विधेयक, 2022’ को मंजूरी दी गई. इसमें तमिलनाडु की नारीकोरवन और कुरुविक्करन पहाड़ी जनजातियों को अनुसूचित जनजाति की सूची में शामिल करने का प्रावधान है. उसी सप्ताह निचले सदन ने संविधान (अनुसूचित जनजातियां) आदेश (तीसरा संशोधन) विधेयक, 2022 को मंजूरी दे दी, जिसमें हिमाचल प्रदेश के हाटी समुदाय को अनुसूचित जनजाति (एसटी) की श्रेणी में शामिल करने का प्रावधान किया गया है.
संसद के दोनों सदनों में कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों ने तवांग सेक्टर में भारत और चीन के सैनिकों के बीच झड़प के मुद्दे पर चर्चा की मांग करते हुए हंगामा किया. विपक्षी सदस्यों के शोर-शराबे के कारण सदन की कार्यवाही भी बाधित हुई. मंगलवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में भारत और चीन के सैनिकों के बीच झड़प के मुद्दे पर पहले लोकसभा में और फिर राज्यसभा में एक बयान दिया था. रक्षा मंत्री ने अपने बयान में कहा था कि नौ दिसंबर 2022 को चीनी सैनिकों ने तवांग सेक्टर के यांग्त्से क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर अतिक्रमण कर यथास्थिति को एकतरफा तरीके से बदलने का प्रयास किया.