कोलकाता : पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी पर हमला तेज करते हुए तृणमूल कांग्रेस ने शुक्रवार को कहा कि सारदा चिटफंड घोटाले में कथित संलिप्तता के लिये अधिकारी को तत्काल गिरफ्तार किया जाना चाहिए. पार्टी ने आश्चर्य जताया कि सारदा घोटाले की जांच के दौरान केंद्रीय एजेंसियों ने कभी भी शुभेंदु अधिकारी से पूछताछ क्यों नहीं की?
तृणमूल कांग्रेस की प्रदेश इकाई के महासचिव कुणाल घोष ने प्रेसवार्ता के दौरान एक पत्र दिखाया, जिसे कथित तौर पर इस मामले में मुख्य आरोपी सुदीप्तो सेन ने कलकत्ता उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को लिखा था. घोष ने दावा किया कि पत्र में सारदा समूह से वित्तीय लाभ लेने वाले लोगों में शुभेंदु अधिकारी का नाम भी शामिल है. घोष खुद भी इस मामले में आरोपी हैं.
घोष ने कहा, 'यह पत्र इस महीने की शुरुआत में अदालत को भेजा गया था और हमें इसकी प्रति हाल ही में मिली. इसमें साफ उल्लेख है कि शुभेंदु अधिकारी सारदा घोटाले के सबसे बड़े लाभार्थियों में शुमार रहे. सीबीआई को इस पत्र का संज्ञान लेना चाहिए. हमें इस बात पर आश्चर्य है कि वे इसका संज्ञान क्यों नहीं ले रहे?' तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तापस रॉय ने आरोप लगाया कि केंद्रीय जांच एजेंसियों की कार्रवाई और पूछताछ से बचने के लिए शुभेंदु अधिकारी ने 2021 के राज्य विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा का दामन थाम लिया.
वहीं, तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य डेरेक ओ ब्रायन ने कहा, 'सारदा प्रमुख ने स्वीकार किया है कि भाजपा के शुभेंदु अधिकारी ने घोटाले में नियमित तौर पर धन प्राप्त किया. मोदी-शाह की पार्टी में शामिल होने के बाद सबकुछ धुल गया.' इन आरोपों को लेकर शुभेंदु अधिकारी की प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी है.' भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने कहा, 'एसएससी घोटाले से ध्यान भटकाने के लिए यह तृणमूल कांग्रेस का बचकाना प्रयास है. हर कोई जानता है कि किस तरह तृणमूल कांग्रेस के नेता कई घोटालों में शामिल हैं.'