हैदराबाद: तेलंगाना के कई जिले बाढ़ की चपेट में है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार ने 2018 से राष्ट्रीय आपदा राहत कोष के तहत एक भी रुपया मंजूर नहीं किया है. टीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष और मंत्री केटी रामाराव ने मंगलवार को एक ट्वीट में केंद्र सरकार पर आरोप लगाया. उन्होंने ट्वीट किया कि माननीय @PMOIndia क्या यही 'सबका साथ, सबका विकास' और सहकारी संघवाद का मतलब है? तेलंगाना भारी बाढ़ से जूझ रहा है, लेकिन 2018 से एनडीआरएफ के तहत एक भी रुपया नहीं दिया गया! न ही आपने 2020 हैदराबाद बाढ़ के लिए राहत की पेशकश की न ही 2022 के गोदावरी बाढ़ के लिए क्यों ?
मंत्री केटीआर ने पीएम मोदी से पूछा- 2018 से तेलंगाना को एनडीआरएफ फंड क्यों नहीं
तेलंगाना के कई जिले बाढ़ की चपेट में है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार ने 2018 से राष्ट्रीय आपदा राहत कोष के तहत एक भी रुपया मंजूर नहीं किया है. टीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष और मंत्री केटी रामाराव ने मंगलवार को एक ट्वीट में केंद्र सरकार पर आरोप लगाया.
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पिछले हफ्ते उत्तरी तेलंगाना में लगातार बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया था. कई निचले इलाके जलमग्न हो गए. गोदावरी नदी उफान पर थी और मंदिर भद्राचलम के कई इलाकों में जल स्तर 70 फीट तक पहुंच गया था. एनडीआरएफ की टीमों और राज्य सरकार की मशीनरी ने निकासी और पुनर्वास गतिविधियों को अंजाम दिया. मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने भी बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया और सरकार की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया.