नई दिल्ली :विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ लड़ने के असम सरकार के प्रयासों की सराहना की है. डब्ल्यूएचओ ने बयान जारी कर कहा कि असम ने कोरोना की भारी चुनौतियों से निबटने के भरसक प्रयास किए. वहां के अधिकारियों ने समुदायों की जरूरतों के मद्देनजर एक मजबूत सार्वजनिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) दृष्टिकोण के महत्व को मान्यता दी.
संगठन ने कहा कि संकट के समय में पीएचसी समुदाय को संलग्न करने और सेवा को अधिक सुलभ बनाने के लिए एक ठोस तरीका है. यह यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज (UHC) प्राप्त करने और सभी के लिए स्वास्थ्य सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.
डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि असम ने वायरस का पता लगाने, आइसोलेशन, उपचार और इसके फैलने के तरीके को समझते हुए तीव्र प्रतिक्रिया दी.
यूएचसी भागीदारी कार्यक्रम के माध्यम से वैश्विक स्वास्थ्य प्रहरी, पहले से ही असम राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं, जब कोरोना महामारी ने राज्य भर में पीएचसी केंद्रों को मजबूत किया.
वर्तमान में असम में 3540 सक्रिय मामले हैं, जबकि 2,10,401 लोग पहले ही कोविड-19 बीमारी से ठीक हो चुके हैं. राज्य में, अब तक 1004 मौतें दर्ज की गईं हैं.
उल्लेखनीय है कि सात मई से एक महीने के लिए सरकार ने सभी 28,000 गांवों में असम सामुदायिक निगरानी योजना का सख्ती से निरीक्षण किया.
डब्ल्यूएचओ ने कहा, 'सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं या मान्यता प्राप्त सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं ने संभावित मामलों की सूची बनाने के लिए डोर-टू-डोर दौरा किया और उन्हें टीम के सदस्यों के साथ जोड़ने के लिए अगले दिन स्क्रीनिंग भी की.