मणिपुर की घटना पर रो पड़ीं बीजेपी सांसद लॉकेट चटर्जी, कहा- बंगाल में भी महिलाओं को किया गया निर्वस्त्र - भाजपा सांसद लॉकेट चटर्जी
मणिपुर में दो महिलाओं के हृदय विदारक वीडियो के सामने आने के बाद अब इस पर राजनीति शुरू हो गई है. जहां एक ओर पंश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार को घेर रही हैं, वहीं दूसरी ओर पश्चिम बंगाल बीजेपी के नेता ममता बनर्जी और पंचायत चुनाव में हुई हिंसा को लेकर सवाल उठा रहे हैं.
बीजेपी सांसद लॉकेट चटर्जी
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Published : Jul 21, 2023, 3:59 PM IST
कोलकाता: भाजपा सांसद लॉकेट चटर्जी पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले में 8 जुलाई को पंचायत चुनाव के दौरान एक भाजपा उम्मीदवार के टीएमसी कार्यकर्ताओं द्वारा यौन उत्पीड़न की कथित घटना को याद करते हुए रो पड़ीं. उस घटना को याद करते हुए चटर्जी ने कहा कि बंगाल में एक के बाद एक घटना घट रही है, मगर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एक महिला होने बाद भी चुप हैं. आप बताइए हम लोग कहां जाएंगे. हम लोग भी महिला हैं और हम चाहते हैं कि हमारी बेटियों को बचाया जाए. मणिपुर की बेटी भी देश की बेटी है, पश्चिम बंगाल भी देश में हीं है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस भी अभी ममता बनर्जी के साथ जुड़ गई है. इसीलिए सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी दोनों चुप हैं. बाकी प्रदेशों में जाकर ये लोग रोते हैं, लेकिन पश्चिम बंगाल में ये चुप हैं. उन्होंने कहा कि 8 जुलाई को पंचायत चुनाव के दिन पांचला में ग्रामसभा की एक महिला प्रत्याशी को बूथ के अंदर निःवस्त्र करके उसके साथ बदतमीजी की गई. लेकिन वहां की कोई वीडियो नहीं है, क्योंकि वहां पर जो भी मौजूद थे, सबके हाथों में बंदूके थी.
लॉकेट चटर्जी ने कहा कि मणिपुर की घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है, हम इसकी निंदा करते हैं. लेकिन पश्चिम बंगाल में जो हुआ वह उतना ही शर्मनाक है. पश्चिम बंगाल में हुए चुनाव 'पंचायत चुनाव' नहीं बल्कि 'खून के चुनाव' रहे हैं. ये चुनाव महिलाओं के ख़िलाफ़ हिंसा और अत्याचार के एक शर्मनाक दौर के अलावा और कुछ नहीं थे. इसके बाद पश्चिम बंगाल बीजेपी प्रमुख सुकांत मजूमदार ने भी तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी पर करारा प्रहार किया.
सुकांत ने कहा कि हम मणिपुर की घटना की निंदा करते हैं, यह एक दुखद घटना है लेकिन दक्षिण पंचला में एक महिला भाजपा कार्यकर्ता को नग्न करके घुमाया गया, क्या यह मणिपुर की घटना से कम दुखद है? अंतर यह है कि इस घटना का कोई वीडियो नहीं है, क्योंकि ममता बनर्जी की पुलिस अब इसे रिकॉर्ड करने की अनुमति देगी. बंगाल में कुछ दिन पहले हुए पंचायत चुनाव में जो हिंसा हुई वह आप सबको पता है. ये हिंसा पश्चिम बंगाल की राजनीति के साथ बहुत वर्षों से जुड़ी हुई है, लेफ्ट के शासनकाल में भी वहां हिंसा होती थी.
उन्होंने कहा कि साल 2011 में ममता बनर्जी ने बंगाल के लोगों को अपनी सरकार आने के बाद आश्वासन दिया था कि ये हिंसा बंद होगी, लेकिन परिवर्तन कुछ नहीं हुआ, बल्कि ममता जी की सरकार में हिंसा और ज्यादा बढ़ गई है. हमारे बूथ एजेंट के सिर पर गोली मारकर हत्या कर दी गई. अगर आंकड़ों की बात करें तो लगभग 1,012 घरों, 357 दुकानों और 56 टू-व्हीलर को तोड़ दिया गया. अब तक 57 लोगों की मौत हो चुकी है और इनमें बीजेपी, कांग्रेस, सीपीएम और यहां तक कि टीएमसी के लोग भी शामिल हैं.