गया: बिहार के गया में स्थित विश्व प्रसिद्ध विष्णुपद मंदिर से भगवान विष्णु के चरण का नीर, मोक्षदायिनी फल्गु नदी का जल और बालू अयोध्या भेजा जा रहा है. गया तीर्थ विष्णुपद मंदिर के गर्भगृह में स्थित भगवान श्री विष्णु चरण का नीर और फल्गु के जल से अयोध्या में भगवान श्री राम जल निवास करेंगे. फिर जल निवास के बाद रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठाकी जाएगी.
फल्गु नदी का जल और बालू लेकर अयोध्या जाएंगे साधु-संत: गया में भगवान श्री राम, माता सीता और लक्ष्मण जी आए थे, यह प्रमाणित है. विश्व प्रसिद्ध विष्णु पद मंदिर और भगवान श्री राम के गया आने की महत्ता को देखते हुए यहां से भगवान विष्णु के चरण का नीर और फल्गु नदी का जल व बालू अयोध्या मंगाया गया है. भगवान के चरण का नीर, फल्गु का जल और बालू लेकर शुक्रवार को ही गया से राम भक्त रवाना हो गए हैं.
अयोध्या मंगवाया गया है भगवान विष्णु के चरण का नीर: बताया जा रहा है, कि भगवान राम गया जी को आए थे और अपने पिता राजा दशरथ का पिंडदान किया था. इसके अलावे भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण से जुड़ी कई पौराणिक कथाएं विभिन्न शास्त्रों- पुराणों में वर्णित हैं. इसकी महत्ता को देखते हुए यहां से भगवान विष्णु के चरण का नीर, फल्गु का जल और बालू अयोध्या मंगाया गया है.
निकाली गई कलश यात्रा : ऐसे में शुक्रवार की सुबह को गया विष्णुपद में कलश यात्रा निकाली गई. कलश यात्रा में भगवान विष्णु के चरण का नीर लिया गया है, फिर फल्गु का जल भरा गया और अंत में सलिल फल्गु का बालू भी लिया गया. गया तीर्थ से भगवान विष्णु के चरण का नीर, फल्गु का जल और बालू लेकर शुक्रवार की संध्या को भक्तों की टोली प्रस्थान करेगी.
साधु संतों और भक्तों में उत्साह:वहीं अयोध्या जाने वाली टीम में शामिल राम भक्त अनिल स्वामी ने बताया कि हमें यह मौका मिला है. गया विष्णुपद तीर्थ से भगवान विष्णु के चरण का नीर, फल्गु का जल और बालू लेकर अयोध्या जाना है. आज हम लोगों ने इसे लेकर कलश यात्रा निकाली है.
"हम सभी पटना महावीर मंदिर जाएंगे. वहां से कई तीर्थ का जल लेकर हम लोग बक्सर होते हुए अयोध्या के लिए प्रस्थान करेंगे.इन्हीं तीर्थ के जल में भगवान जल निवास करेंगे और जल निवास करने के बाद अयोध्या राम मंदिर में भगवान राम लाल की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी."-अनिल स्वामी, श्रद्धालु