नई दिल्ली : उपराष्ट्रपति एम वैंकेया नायडू ने कहा कि भारतीय भाषाओं की नई शब्दावली को बदलते समय के अनुकूल होना चाहिए. उपराष्ट्रपति ने अमेरिका के वांगुरी फाउंडेशन की 100वीं पुस्तक का विमोचन किया.
उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने समृद्ध सांस्कृतिक और भाषाई विरासत को संरक्षित करने की आवश्यकता पर जोर दिया और सभी से व्यक्तिगत और सामूहिक रूप से इसके लिए प्रयास करने का आग्रह किया. उपराष्ट्रपति ने ये टिप्पणी अमेरिका के वांगुरी फाउंडेशन की 100वीं पुस्तक के आभासी विमोचन के अवसर पर की.
7वां साहित्य सदासु सभा विशेष संचिका नामक पुस्तक पिछले साल अक्टूबर में अन्य तेलुगु सांस्कृतिक संगठनों के सहयोग से अमेरिका के वांगुरी फाउंडेशन द्वारा आयोजित 7वें विश्व तेलुगु साहित्य शिखर सम्मेलन पर आधारित है.
प्रसिद्ध गायक एसपी बालासुब्रमण्यम को पुस्तक समर्पित करने के लिए संपादकों, लेखकों और प्रकाशकों को बधाई देते हुए उपराष्ट्रपति ने हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने के लिए इस तरह की और पहल करने का आह्वान किया. उन्होंने पिछले 27 वर्षों के दौरान तेलुगु भाषा सम्मेलनों के आयोजन के लिए वांगुरी फाउंडेशन की भी सराहना की.