पिथौरागढ़ : एवरेस्ट विजेता शीतल ने पर्वतारोहण के क्षेत्र में नया मुकाम हासिल किया है. शीतल ने पांच सदस्यों की टीम के साथ यूरोप की सबसे ऊंची चोटी माउंट एल्ब्रुस पर तिरंगा फहराया है. शीतल अपनी टीम के साथ 11 अगस्त को दिल्ली से मॉस्को के लिए रवाना हुईं थीं. फ्लाइट लेट होने के कारण पर्वतारोहण अभियान भी देरी से शुरू हो सका. शीतल ने 15 अगस्त की दोपहर अपनी टीम के साथ माउंट एल्ब्रुस पर तिरंगा फहराया. शीतल की ये सफलता इसलिए महत्वपूर्ण है कि वो बेहद गरीब परिवार से हैं. उनके पिता टैक्सी चलाक हैं.
कुमाऊं मंडल विकास निगम नैनीताल के एडवेंचर विंग में कार्यरत पिथौरागढ़ की शीतल ने स्वतंत्रता दिवस के अमृत महोत्सव पर यूरोप की सबसे ऊंची चोटी माउंट एल्ब्रुस पर तिरंगा लहराकर देश की आजादी का जश्न मनाया. एवरेस्ट विजेता शीतल समुद्र तल से 5,642 मीटर की ऊंचाई वाली यूरोप की इस चोटी पर सफलतापूर्वक पहुंचीं. माउंट एल्ब्रुस चोटी रूस-जॉर्जिया बॉर्डर पर स्थित है, जिसकी ऊंचाई 5,642 मीटर है.
क्लाइम्बिंग बियॉन्ड द समिट्स (सीबीटीएस) की चार सदस्यों की टीम का नेतृत्व पिथौरागढ़ की शीतल कर रही थीं. शीतल ने एवरेस्ट, कंचनजंगा और अन्नपूर्णा जैसे दुर्गम पर्वतों को फतह किया है. उनके नाम दुनिया की सबसे कम उम्र की महिला पर्वतारोही होने का रिकॉर्ड है.