नई दिल्ली : यूपी विधानसभा चुनाव में एग्जिट पोल के नतीजे कमोबेश सही साबित हो रहे हैं. रुझानों के अनुसार, 403 सीटों वाली विधानसभा में बीजेपी बहुमत का आकड़ा पार कर चुकी है. 37 साल बाद यूपी में कोई सरकार दोबारा सत्ता में लौटेगी. इन चुनावों में सत्तारुढ़ दल के मंत्री अपनी सीट पर आगे चल रहे हैं. जबकि चुनाव से ठीक पहले भाजपा छोड़ने वाले मंत्री अपने -अपने क्षेत्रों में पीछे चल रहे हैं. सिराथू सीट से केशव प्रसाद मौर्या तीन राउंड की गिनती के बाद भी पिछड़ रहे हैं.
काउंटिंग के दौरान बीजेपी छोड़ कर समाजवादी पार्टी में गए स्वामी प्रसाद मौर्य अपनी फाजिलनगर सीट से काफी पीछे चल रहे हैं. यहां बीजेपी उम्मीदवार सुरेंद्र कुशवाहा से पंद्रह हजार वोटों के बड़े अंतर की बढ़त ले रखी है. स्वामी प्रसाद मौर्य ने इस बार अपनी पडरौना सीट छोड़ दी थी. वहीं, घोसी सीट (Ghosi Assembly Seat) से समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे दारा सिंह चौहान भी चुनावी रेस में पिछड़ते दिख रहे हैं. यहां बीजेपी के विजय राजभर उनका कांटे का मुकाबला है.
वाराणसी दक्षिण विधानसभा सीट से मौजूदा विधायक और योगी सरकार में मंत्री नीलकंठ तिवारी पीछे चल रहे थे. हालांकि बाद में उन्होंने बढ़त बना ली. इस बार वाराणसी दक्षिणी में 60.54 फीसदी मतदान हुआ. शाहजहांपुर सदर सीट पर कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना ने शुरूआती दौर से ही बढ़त हासिल कर रखी है . ताजा आंकड़ों के मुताबिक उनके निकटतम प्रतिद्वंदी सपा के तनवीर खां से पांच हजार से अधिक वोटों की बढ़त बना रखी है. पश्चिम यूपी के थाना भवन विधानसभा सीट से योगी सरकार के गन्ना मंत्री सुरेश राणा की सीट दांव पर है. इस सीट से उन्हें आरएलडी प्रत्याशी असरफ अली कड़ी टक्कर दे रहे हैं. यहां दोनों उम्मीदवारों के बीच कड़ा मुकाबला जारी है.
विधानसभा चुनाव नतीजों की यह खबरें भी पढ़ें-
प्रतापगढ़ की पट्टी सीट से चुनाव लड़े मोती सिंह सपा से पीछे चल रहे हैं. बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी भी पीछे चल रहे हैं. सिद्धार्थनगर की इटवा सीट से मैदान में सतीश द्विवेदी पीछे हैं. वे सपा के माता प्रसाद पांडेय से पीछे हैं. इसके अलावा मंत्री रणवेन्द्र सिंह उर्फ धुन्नी सिंह भी पीछे चल रहे हैं. धुन्नी सिंह फतेहपुर जिले की हुसैनगंज सीट से मैदान में हैं.