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2021-2030 होगा महासागर विज्ञान दशक, समुद्री पर्यावरण-जैव विविधता का संरक्षण

2021 से 2030 का दशक महासागर विज्ञान के लिए एक अधिक पूर्ण और स्थायी अवलोकन प्रणाली लगाने और विज्ञान-आधारित महासागर प्रबंधन प्रणाली में परिणामी डेटा को फीड करने का एक बड़ा मौका है, जिससे महासागरों पर हमारी सभ्यता की बढ़ती निर्भरता, इसकी पारिस्थितिक तंत्र सेवाओं को संतुष्ट करने के साथ समुद्र के संतुलन को संरक्षित करना भी है. पढ़ें विस्तार से...

महासागर विज्ञान दशक
महासागर विज्ञान दशक

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Published : Jan 1, 2021, 4:17 PM IST

समुद्र में बढ़ रहे प्रदूषण को रोकने के लिए संयुक्त राष्ट्र ने महासागर के सतत विकास के लिए महासागर विज्ञान के एक दशक (2021-2030) की घोषणा की है. इसके पीछे की मंशा दुनिया भर में समुद्र हितधारकों को इकट्ठा करने की है, जो महासागरों के विकास के लिए महासागर विज्ञान को समर्थन देने वाले देशों का पूरी तरह से समर्थन करेंगे.

समुद्री क्षेत्र पृथ्वी की प्रणाली का सबसे बड़ा घटक है जो, जलवायु और पृथ्वी और मानव कल्याण पर जीवन का समर्थन करता है. हालांकि, 2016 में जारी प्रथम विश्व महासागर आकलन में पाया गया कि महासागर का अधिकांश हिस्सा अब गंभीर रूप से असंतुलित है.

महासागर पर इस असंतुलन का प्रभाव बढ़ने का अनुमान है क्योंकि 2050 तक मानव जनसंख्या अनुमानित नौ बिलियन के पार हो जाएगा.

संयुक्त राष्ट्र का महासागर विज्ञान के लिए सतत विकास

5 दिसंबर 2017 को संयुक्त राष्ट्र ने 2021 से 2030 तक सतत विकास के लिए महासागर विज्ञान दशक घोषित किया. यह दशक एक सामान फ्रेम वर्क स्थापित करेगा, जिससे 2030 के सतत विकास के लिए ऐजेंड़ा सेट किया जा सके.

दशक यह सुनिश्चित करने के लिए एक सामान्य ढांचा प्रदान करेगा कि महासागरीय विज्ञान महासागरों के कार्यों का पूरी तरह से समर्थन कर सकता है. ताकि महासागरों का प्रबंधन किया जा सके.

दशक जीवन काल में एक अवसर प्रदान करेगा, जिससे विज्ञान नीति के परे, मानवता के लाभ के लिए हमारे महासागरों और तटों के प्रबंधन को मजबूत करने के लिए एक नई नींव बनाने का अवसर प्रदान होगा.

भविष्य के लिए हमें विज्ञान क्या देना चाहते हैं

महासागर विज्ञान कई विषयों को जोड़ता है, जिसमें भौतिक विज्ञान, भू-विज्ञान और रासायनिक समुद्र विज्ञान के साथ-साथ समुद्री जीव विज्ञान शामिल है. यह वैश्विक समुद्री पर्यावरण (समुद्री जीवों, पारिस्थितिकी तंत्र की गतिशीलता, समुद्र की धाराओं, तरंगों, भूभौतिकीय तरल पदार्थ की गतिशीलता, प्लेट टेक्टोनिक्स और पर डेटा प्रदान करते हैं.

महासागर विज्ञान नई सामाजिक आवश्यकताओं को एकीकृत करने और विभिन्न विषयों में काम करने वाले समुद्र विज्ञानियों के बीच नई साझेदारी को प्रोत्साहित करने के लिए विकसित हुआ, जो जलवायु विनियमन और तटीय महासागर प्रक्रियाओं में महासागर की भूमिका के बारे में नई खोजों के लिए अग्रणी है.

महासागर विज्ञान व्यापार के संचालन (शिपिंग उद्योग, मत्स्य पालन और जलीय कृषि) के साथ आपदा जोखिमों को रोकने वाले खतरों और प्रबंधन गतिविधियों का समर्थन करता है.

आखिर महासागर विज्ञान दशक की जरूरत क्यों

  • समुद्र में असंतुलन के चक्र को उलटने और समुद्र, तटों के सतत विकास के लिए बेहतर स्थिति बनाने की जरूरत है.
  • 2016 में जारी प्रथम विश्व महासागर आकलन में समुद्री प्रणालियों से प्राप्त संरचना, कार्य और लाभों में परिवर्तन और नुकसान के साथ महासागर में असंतुलन पाया गया है. इसका प्रभाव आने वाले दशकों में बदलते जलवायु, बढ़ती वैश्विक आबादी और पर्यावरण पर पड़ेगा.
  • बेहतर ज्ञान के माध्यम से वैज्ञानिक विभिन्न परिदृश्यों का निर्माण करने के साथ इससे महासागर के एक डिजिटल मानचित्र को सर्वश्रेष्ठ प्रबंधन क्रियाओं को चुनने और उनके संभावित परिणामों को मापने में मदद करने के लिए बढ़ावा दिया जाना चाहिए.
  • मौजूदा ज्ञान तटीय समुदायों के साथ अधिक समान रूप से साझा किया जा सकता है, जो महासागर के वर्तमान और भविष्य के परिवर्तनों के लिए सबसे अधिक संवेदनशील हैं.

वैज्ञानिक अनुसंधान और नवीन प्रौद्योगिकियों को बढ़ावा

  • महासागर में प्रदूषण के स्रोतों को पहचान करेगा और उसको हटा दिया जाता है.
  • महासागर में समुद्री पारिस्थितिक तंत्र की मैपिंग और सुरक्षा की जाती है.
  • पूर्वानुमान के महासागर में वर्तमान और भविष्य के महासागर की स्थितियों को समझने की क्षमता है.
  • डेटा, सूचना और प्रौद्योगिकियों के लिए खुली पहुंच.

महासागर विज्ञान के उद्देश्यों की पूर्ति के लिए लक्ष्य

  • 2030 तक महासागर विज्ञान का एजेंडा सभी संयुक्त राष्ट्र देशों द्वारा 17 सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए तुरंत कार्रवाई करना है. जिसमें स्वास्थ्य और शिक्षा में सुधार, असमानता कम करना, आर्थिक विकास को गति देने, जलवायु परिवर्तन से निपटने के साथ महासागर और इसके संसाधनों को संरक्षित करना है.
  • दशक संयुक्त राष्ट्र प्रणाली में एक एकीकृत ढांचा प्रदान करेगा, ताकि देशों को अपने सभी समुद्र संबंधी एजेंडा 2030 प्राथमिकताओं को प्राप्त करने में सक्षम बनाया जा सके.
  • दशक समुद्र और उसके संसाधनों की रक्षा करने वाली संयुक्त राष्ट्र प्रक्रियाओं में भी योगदान देगा, जैसे की संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन और आपदा जोखिम न्यूनीकरण के लिए सेंदाई फ्रेमवर्क और हाल ही में घोषित पारिस्थितिक तंत्र बहाली पर संयुक्त राष्ट्र का फैसला है.

दशक की तैयारी

यूनेस्को के अंतर सरकारी महासागरीय आयोग (आईओसी) संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा सभी इच्छुक हितधारकों के साथ काम करेगा, जो हमें भविष्य में महासागर को संतुलित करने में मदद करेंगे.

यूनेस्को का आईओसी वैश्विक महासागर विज्ञान और सेवाओं के समर्थन के लिए जिम्मेदार होगा.

आईओसी का प्राथमिक लक्ष्य अपने सदस्य देशों को 2030 तक समुद्र और समुद्री संसाधनों के संरक्षण और निरंतर प्रबंधन के साथ सतत विकास लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए आवश्यक वैज्ञानिक और संस्थागत क्षमता का निर्माण करने में सक्षम बनाना है.

दशक के लिए लक्ष्य

यह दशक एक सहभागी प्रक्रिया के अपनाएगा, जिससे वैज्ञानिक, नीति निर्माता, प्रबंधक और सेवा उपयोगकर्ता एक साथ काम कर सकेंगे, यह सुनिश्चित करने के लिए कि महासागर विज्ञान समुद्र के पारिस्थितिकी तंत्र और समाज दोनों के लिए अधिक से अधिक लाभ पहुंचाता है.

दशक महासागर विज्ञान के संचालन और उपयोग के अभिनव तरीकों को बढ़ावा देगा, जिसमें विज्ञान को डिजाइन करने और निष्पादित करने में अधिक समावेशी और सहभागी दृष्टिकोण को प्रोत्साहित किया जाएगा.

दुनिया भर में अधिक समान रूप से साझा किए जाने वाले ज्ञान और जानकारी को बढ़ावा देना के लिए देशों के बीच ज्ञान प्रणालियों को संतुलित करना और तटीय समुदायों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखना विकास करना शामिल है.

दशक क्या देगा

  • दशक कई उच्च स्तर के वैज्ञानिक परिणामों को प्राप्त करने के लिए एक रूपरेखा प्रदान करेगा.
  • महासागर के व्यापक डिजिटल मानचित्र.
  • सभी प्रमुख घाटियों के लिए व्यापक महासागर अवलोकन प्रणाली.
  • महासागर पारिस्थितिकी प्रणालियों की मात्रात्मक समझ.
  • डेटा और सूचना पोर्टल.
  • एकीकृत मल्टी-हैजार्ड चेतावनी प्रणाली.
  • क्षमता निर्माण और त्वरित प्रौद्योगिकी हस्तांतरण, प्रशिक्षण और शिक्षा, महासागर साक्षरता.

दशक के साथ समन्वय

  • यूनेस्को की आईओसी वैश्विक महासागर विज्ञान और सेवाओं के समर्थन के लिए संयुक्त राष्ट्र की संस्था है. यह संगठन अपने 150 सदस्य राष्ट्रों को महासागर में होने वाली घटनाओं जिनमें सूनामी चेतावनी और समुद्री स्थानिक योजना की रक्षा के लिए मिलकर काम करेगा.
  • आईओसी महासागर विज्ञान टिप्पणियों और डेटा विनिमय के संबंध में संयुक्त राष्ट्र के अन्य संगठनों और एजेंसियों के लिए लक्ष्य प्रदान करता है.
  • आईओसी प्रत्येक वर्ष यूएनजीए के महासचिव को दशक की तैयारी में हुई प्रगति पर रिपोर्ट प्रस्तुत करेगा.

दशक के लिए तैयारी, ड्राफ्ट के कार्यान्वयन की योजना

2018 और 2020 के बीच योजना बनाने के दौरान संयुक्त राष्ट्र महासभा ने आईओसी को निर्णय के लिए कार्यान्वयन योजना तैयार किया है जिसमें शामिल हैं-

प्रमुख मुद्दों को बताने के लिए एक विज्ञान योजना, स्थायी विकास के लिए वैज्ञानिक प्रश्न और दशक के कार्यान्वयन की संरचना के लिए वैज्ञानिक विषयों और परिणामों का प्रस्ताव है.

वैज्ञानिक ज्ञान के आधार पर समुद्री प्रौद्योगिकी के हस्तांतरण और क्षेत्रों में और ऐसे समूहों के लिए शिक्षा में सुधार करने की क्षमता विकास योजना है, जो विशेष रूप से एसआईडीएस और एलडीसी तक सीमित हैं.

दशक की सफलता के लिए वित्तीय सहायता को परिभाषित करने के लिए संसाधन जुटाना मुख्य योजना में शामिल है.

सदस्य राज्य आईओसी गवर्निंग बॉडीज के माध्यम से प्रगति की समीक्षा करेंगे और 2020 में कार्यान्वयन योजना का समर्थन करेंगे.

आईओसी कार्यान्वयन योजना के विकास पर संयुक्त राष्ट्र के सदस्य राज्यों को जानकारी और रिपोर्ट भी प्रदान करेगा. इसके बाद इसे संयुक्त राष्ट्र महासभा में विचार के लिए प्रस्तुत किया जाएगा.

हम कैसे इसमें मदद कर सकते हैं

  • विचार प्रस्तुत करें या दशक समर्पित कार्यशालाओं में भाग लें.
  • हितधारकों से परामर्श करें, दशक के बारे में संवाद करें और निवेश और संसाधन जुटाने के अवसरों की पहचान करें.
  • दशक के सदस्यों से बात करें, उनसे उद्देश्य और परिणामों के बारे में चर्चा करें.
  • स्टॉफ की नियुक्ती और फाइलेंसियल मदद करें.

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