उज्जैन :मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती भाई दूज के मौके पर महाकाल मंदिर में दर्शन पूजन करने पहुंचीं. जहां उन्होंने विधि-विधान से पूजा पाठ किया. इस दौरान उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ- साथ महाराष्ट्र में शिवसेना, कांग्रेस, एनसीपी गठबंधन पर भी निशाना साधा.
उमा ने ममता पर साधा निशाना
पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि मैंने 2002 में ही भविष्यवाणी कर दी थी कि, यहां से वामपंथी जाएंगे, तो ममता आएंगी और ममता को हम हटाएंगे. उस समय मेरी भविष्यवाणी सही साबित हुई. अब बीजेपी पश्चिम बंगाल में जीत दर्ज करेगी, क्योंकि हिंसा को ममता ने वामपंथियों से ज्यादा बढ़ावा दिया है.
पूर्व सीएम उमा भारती ने कांग्रेस पर साधा निशाना 'ममता ने केंद्र को नहीं करने दी मदद'
पूर्व सीएम उमा भारती ने कहा कि राज्य के विकास के लिए अगर केंद्र सरकार मदद करना भी चाहे, तो राज्य सरकार समस्याएं पैदा करती है. पश्चिम बंगाल में बाढ़ के समय अगर कोई राहत पैकेज केंद्र की तरफ से जारी होना है, तो उसके लिए राज्य की ओर से केंद्र को यूटिलाइजेशन सर्टिफिकेट देना होता है, लेकिन ममता ने ये प्रमाणपत्र नहीं दिया और आरोप लगाया कि केंद्र सरकार मदद नहीं कर रही है.
'खुद को संविधान से ऊपर मानतीं हैं ममता'
पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने कहा कि ममता ना तो देश के संविधान को मानतीं हैं और ना ही केंद्र सरकार को. पहले भी उन्होंने एक बार स्पीकर की तरफ साल फेंक दिया था. उनकी हरकतों से साफ नजर आता है कि सत्ता में आने के बाद वे हठी हो गई हैं. नियम को नहीं मानना, खुद को संविधान से ऊपर रखना, ये उनके स्वभाव में है. इससे साफ है कि पश्चिम बंगाल में भाजपा की सरकार आनी है.
संसद में ममता को आया था गुस्सा
असम के एनआरसी का विरोध करने वाली तृणमूल कांग्रेस नेता ममता बनर्जी कभी खुद अवैध बांग्लादेशियों के मसले को उठाती रही हैं. साल 2005 के अगस्त महीने में लोक सभा में इस मसले को उठाते हुए वो इतनी गुस्से में आ गईं थीं कि उन्होंने स्पीकर की तरफ कागज फेंक दिया और इस्तीफा तक दे दिया था. यह 4 अगस्त, 2005 की बात है. लोक सभा में ममता बनर्जी ने गुस्से में आकर स्पीकर के चेयर की तरफ कागज के कई टुकड़े फेंक दिए थे. उस समय सदन की अध्यक्षता डिप्टी स्पीकर चरणजीत सिंह अटवाल कर रहे थे. असल में ममता बनर्जी का गुस्सा चटवाल से नहीं, बल्कि तत्कालीन लोक सभा अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी से था, जो उस समय चेयर पर नहीं थे.
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महाराष्ट्र सरकार पर कसा तंज
महाराष्ट्र में शिवसेना, कांग्रेस, एनसीपी गठबंधन सरकार पर पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार की सच्चाई ये है कि, वहां विषमताओं से मिली हुई सरकार है. जिनको राज्य चलाना मुश्किल पड़ रहा है, क्योंकि कांग्रेस और शिवसेना का मेल नहीं हो सकता. इसलिए ऐसी सरकार का ज्यादा टिक पाना मुश्किल है.
नेहरू-गांधी खानदान से मुक्त होगी कांग्रेस- उमा भारती
कांग्रेस के सीनियर लीडर तारिक अनवर के बाद अब कपिल सिब्बल के द्वारा भी इशारों-इशारों में राहुल और सोनिया गांधी पर उठाए गए सवालों पर पूर्व सीएम उमा भारती ने कहा है कि कांग्रेस के लोग अब राहुल गांधी का विरोध कर रहे हैं. मैंने पहले ही कहा था कि, कांग्रेस मुक्त भारत होगा और फिर नेहरू-गांधी खानदान से मुक्त कांग्रेस होगी और ये सब बिहार से शुरू हो रहा है.
महाकाल को किया प्रणाम
पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने बाबा महाकाल को प्रणाम किया और सभी को भाई दूज की शुभकामनाएं दीं. उन्होंने कहा कि भाई दूज है इसलिए बाबा को प्रणाम करने आई हूं, क्योंकि बाबा माता, पिता, गुरु, भाई और सखा हैं.