नई दिल्ली : भाजपा ने रविवार को सनातन धर्म के खिलाफ दिए गए बयान के लिए उदयनिधि स्टालिन पर तीखा हमला बोला और इसे शर्मनाक करार दिया (BJP Slams Udhayanidh). तमिलनाडु के खेल और युवा मामलों के मंत्री उदयनिधि, मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन के बेटे हैं. उदयनिधि ने शनिवार को एक बैठक के दौरान कहा, 'सनातन धर्म को मच्छर, मलेरिया, डेंगू और कोरोना की तरह ही खत्म करना है.'
पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, 'द्रमुक नेता उदयनिधि स्टालिन द्वारा संबोधित विषय 'सनातन धर्म का उन्मूलन' था. उन्होंने एक पेपर से बयान पढ़ा. यह बेहद शर्मनाक है. यह नफरत फैलाने वाले भाषण का मामला है.'
उन्होंने दावा किया कि उन्होंने जो बयान दिया वह आकस्मिक नहीं बल्कि बिल्कुल जानबूझकर दिया गया था. विपक्षी गुट 'इंडिया' पर कटाक्ष करते हुए प्रवक्ता ने कहा, 'घमंडिया गठबंधन की मुंबई बैठक के समापन के महज 24 घंटे के भीतर यह 'बम' फट गया.'
त्रिवेदी ने 'इंडिया' ब्लॉक पर हमला करते हुए कहा, 'उदयनिधि के लिए वह पेपर किसने लिखा था? इसमें 'घमंडिया गठबंधन' की क्या भूमिका है?'
कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर उनके 'मोहब्बत की दुकान' (नफरत के खिलाफ प्यार की दुकान) पर परोक्ष हमला करते हुए, प्रवक्ता ने कहा, 'उदयनिधि के बयान ने स्पष्ट रूप से 'मोहब्बत की दुकान' का असली चेहरा उजागर कर दिया है. विशेष रूप से, यह एक अलग-थलग बयान नहीं है, यह पूरी तरह से एक सिलसिले का हिस्सा है.'
उन्होंने विपक्षी दलों के कई नेताओं पर हिंदू धर्म के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने का भी आरोप लगाया. त्रिवेदी ने कहा, '(समाजवादी पार्टी नेता) स्वामी प्रसाद मौर्य ने हिंदू धर्म को 'धोखा' कहा था, वह भी 'घमंडिया' (गठबंधन) से हैं. इतना ही नहीं, कांग्रेस के (कर्नाटक) पीडब्ल्यूडी मंत्री, सतीश जारकीहोली ने 'हिंदू शब्द के बारे में एक घटिया टिप्पणी की. लंबी सूची है...और वे सभी घमंडिया गठबंधन के महत्वपूर्ण सदस्य हैं.'
उन्होंने कहा, 'सुप्रीम कोर्ट ने एक टिप्पणी की है कि वह किसी भी नफरत भरे भाषण का स्वत: संज्ञान लेगा. मुझे उम्मीद है कि सुप्रीम कोर्ट इस पर उचित कदम उठाएगा.'