नूंह: भिवानी में जली हुई बोलेरो में दो युवकों के कंकाल मिलने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. एक तरफ मृतकों के परिजन इसे हत्या की साजिश बता रहे हैं. परिजनों के मुताबिक बजरंग दल के कार्यकर्ता और सीआईए पुलिस फिरोजपुर झिरका ने मिलकर दोनों युवकों के साथ मारपीट की. इसके बाद बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने दोनों युवकों को कार में बांधकर आग लगा दी. जिससे कि दोनों युवक जिंदा जल गए. मृतकों के परिजनों के बयान पर नूंह के एसपी वरूण सिंगला की प्रतिक्रिया सामने आई है. नूंह के एसपी वरूण सिंगला ने परिजनों के इन आरोपों को निराधार बताया है.
बारवास गांव भिवानी में जली हुई बोलेरो कार में मिले कंकालों की पहचान जुनैद और नासिर के रूप में हुई है. ये दोनों राजस्थान के भरतपुर जिले के गांव घाटमिका के निवासी बताए जा रहे हैं. खबर है कि दोनों पेशे से ड्राइवर का काम करते थे. दोनों युवकों के परिजनों ने बुधवार को गुमशुदगी की रिपोर्ट स्थानीय पुलिस थाने में दर्ज करवाई थी. इसी के आधार पर दोनों युवकों की पहचान हो पाई है. दोनों के लापता होने के 24 घंटे के बाद भिवानी जिले के गांव बारवास की बणी में जली हुई बोलेरो कार में दोनों युवकों के शव मिले.
जुनैद और नासीर के भाई इस्माइल ने कहा कि दोनों भाई ससुराल से घर आ रहे थे. रास्ते में सीआईए पुलिस फिरोजपुर झिरका कार रोककर इनके नाम पूछे. जिसके बाद दोनों को गाड़ी से बाहर खींचने की कोशिश की. बजरंग दल के लोग भी वहां मौजूद थे. लिहाजा अपना बचाव करने के लिए जुनैद और नासीर ने गाड़ी से भागने की कोशिश की. जिसके बाद फिरोजपुर सीआईए की टीम ने आगे से उनकी गाड़ी को टक्कर मारी और पीछे से बजरंग दल के कार्यकर्ताओं की गाड़ी ने टक्कर मारी. इसके बाद बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने दोनों युवकों के साथ बेरहमी से मारपीट कर अधमरा कर दिया.