मेरठः दौराला थाना क्षेत्र में शुक्रवार को बड़ा हादसा हो गया. यहां एक कोल्ड स्टोरेज का बॉयलर फटने से छत गिर गई. इस हादसे में सात मजदूरों की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि हादसे के दौरान कई मजदूर अंदर थे. सूचना पर पहुंची पुलिस राहत और बचाव कार्य में जुट गई है. घायलों को मलबे से निकालने की कोशिश की जा रही है. आईजी प्रवीण कुमार के मुताबिक 12 लोगों को मलबे से रेस्क्यू किया जा चुका है. इनमें से सात लोगों का इलाज चल रहा है जबकि सात लोगों की मौत हो चुकी है. बताया जा रहा है कि हादसे के वक्त 24 मजदूर काम कर रहे थे.
मेरठ में कोल्ड स्टोरेज की छत गिरी. जानकारी के मुताबिक शुक्रवार दोपहर कोल्ड स्टोरेज में कई मजदूर काम कर रहे थे. इस दौरान अचानक ब्वॉयलर फट गया. इससे कोल्ड स्टोरेज की छत भरभराकर गिर गई. अचानक छत गिरने से सात मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई. वहीं, बताया जा रहा है कि मलबे के नीचे कई मजदूर दबे हो सकते हैं. सूचना पर तुरंत मेरठ की पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं. अभी तक 12 मजदूरों को रेस्क्यू किया जा चुका है.
मेरठ में हादसे के बाद मचा हड़कंप. राहत और बचाव का कार्य शुरू कर दिया गया है. पुलिस मौके पर जमा भीड़ को हटवा रही है ताकि घायलों को मलबे से जल्दी से जल्दी निकलवाकर अस्पताल पहुंचाया जा सके. बताया जा रहा है कि कोल्ड स्टोरेज में अमोनिया का रिसाव भी हुआ है. बड़ा हादसा होने के कारण जिले के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं. दमकल की कई गाड़ियां भी मौके पर पहुंच चुकी हैं, वहीं स्वास्थ्य विभाग की कई एंबुलेंस भी पहुंचीं हैं. राहत और बचाव कार्य़ तेजी से जारी है. बताया जा रहा है कि मलबा हटने के बाद ही हादसे की सही तस्वीर सामने आ सकेगी.
यह कोल्ड स्टोरेज बसपा के पूर्व विधायक चंद्रवीर सिंह का बताया जा रहा है. वह मेरठ की सरधना सीट से विधायक रह चुके हैं. उनकी बेटी मनीषा अहलावत राष्ट्रीय लोकदल की राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं. उन्होंने 2022 में मेरठ कैंट से विधानसभा चुनाव लड़ा था.
वहीं, स्थानीय दुकानदारों ने बताया कि हादसे के वक्त कुल 24 मजदूर कोल्ड स्टोरेज में थे. जैसे ही उन लोगों ने धमाके की आवाज सुनी तत्काल सभी मदद के लिए दौड़ पड़े. मलबे में दबे मजदूरों को निकाला गया. घटना के बाद एडीजी राजीव सब्बरवाल, कमिश्नर बी सेल्वा कुमारी जे, आईजी प्रवीण कुमार, डीएम दीपक मीणा, एसएसपी रोहित सजवाण के साथ कई अधिकारी पहुंचे. केंद्रीय राज्य मंत्री संजीव बालियान भी घटनास्थल पर पहुंचे. उन्होंने अफसरों से रेस्क्यू को लेकर जानकारी ली. साथ ही घटना को लेकर गहरा दुख जताया.
इस बारे में जिला अधिकारी दीपक मीणा ने बताया कि इस पूरे मामले में सबसे पहली प्राथमिकता सभी को सुरक्षित बचाना है. रेस्क्यू अभी जारी है. हालांकि उन्होंने कहा कि यह घटना कैसे हुई और कौन जिम्मेदार है ये सब जानने के लिए एक समिति गठित कर दी है. डीएम ने बताया कि इस घटना में जो भी लोग गंभीर रूप से घायल हैं और जिनकी मौत हुई है उन सभी के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है. उन्होंने कहा कि ऊधमसिंह नगर के जिला अधिकारी से संपर्क साध कर सभी के नाम पते मालूम किए जा रहे हैं. सभी लोगों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है.
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