नई दिल्ली : कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने आरोप लगाया है कि ट्विटर भारत में भाजपा सरकार द्वारा लोकतंत्र का गला घोंटने में उसका साथ दे रहा है. उन्होंने ट्वीट किया, 'क्या ट्विटर कांग्रेस नेताओं के अकाउंट निलंबित करने में अपनी नीति का अनुसरण कर रहा है या फिर मोदी सरकार की नीति का? उसने अनुसूचित जाति आयोग का ट्विटर अकाउंट बंद क्यों नहीं किया जबकि उसने वही तस्वीरें ट्वीट की थीं, जो हमारे किसी नेता ने की थीं.'
प्रियंका की यह टिप्पणी कांग्रेस पार्टी और इसके कई प्रमुख नेताओं के ट्विटर अकाउंट बंद (लॉक) किए जाने के बाद आई. गुरुवार को अमेरिकी माइक्रोब्लॉगिंग मंच पर निशाना साधते हुए कांग्रेस महासचिव प्रियंका ने आरोप लगाया, 'कांग्रेस के नेताओं के बड़े पैमाने पर अकाउंट बंद करके, ट्विटर भारत में भाजपा सरकार द्वारा लोकतंत्र का गला घोंटने में उसका साथ दे रहा है.'
इस बारे में पूछे जाने पर ट्विटर के एक प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी के नियम सभी लोगों के लिए विवेकपूर्ण और निष्पक्ष रूप से लागू होते हैं. उन्होंने कहा, 'हमने कई ऐसे ट्वीट को लेकर अतिसक्रिय कदम उठाए हैं जिनमें नियमों का उल्लंघन करने वाली तस्वीर पोस्ट की गई थी. आगे भी ऐसे कदम उठाए जा सकते हैं. कुछ सूचनाओं में दूसरों के मुकाबले अधिक जोखिम होता है और हमारा लक्ष्य व्यक्तियों की निजता और सुरक्षा की हमेशा रक्षा करने का होता है.'
ट्विटर का कहना है कि अगर कोई ट्वीट उसके नियमों का उल्लंघन करता हुआ पाया जाता है और अकाउंट होल्डर की ओर से इसे डिलीट नहीं किया जाता तो माइक्रोब्लॉगिंग मंच इसे एक नोटिस देने के बाद छिपा देता हैं तथा यह अकाउंट तब तक बंद (लॉक) होता है जब तक संबंधित ट्वीट हटाया नहीं जाता या फिर अपील की प्रक्रिया सफलतापूर्वक अंजाम तक नहीं पहुंचती.
उसने कहा कि राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने इस संबंधित विषय (राहुल के ट्वीट) के बारे में सतर्क किया था कि इससे कथित दुष्कर्म की नाबालिग पीड़िता एवं उसके माता-पिता की पहचान उजागर होती है. इस ट्वीट की ट्विटर के नियमों एवं नीतियों तथा भारतीय कानून के हिसाब से समीक्षा की गई.
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