चेन्नई : तमिलनाडु में विधानसभा चुनाव के लिये कड़ी सुरक्षा के बीच शांतिपूर्ण ढंग से मतदान हुआ और शाम तक 72.78 फीसदी से अधिक मतदाताओं ने मताधिकार का इस्तेमाल किया. राज्य में सत्ता पक्ष एवं विपक्ष के कई शीर्ष नेताओं ने मंगलवार को मतदान किया जिसमें अन्नाद्रमुक के के पलानीस्वामी, ओ पनीरसेल्वम, द्रमुक अध्यक्ष एम के स्टालिन शामिल हैं.
राज्य में एक-दो स्थानों से चुनाव संबंधी कुछ छिटपुट घटनाओं की सूचना मिली हालांकि, किसी बड़ी अप्रिय घटना की जानकारी नहीं है .
मुख्य निर्वाचन अधिकारी सत्यव्रत साहू ने संवाददाताओं को बताया कि शाम सात बजे तक 72.78 प्रतिशत लोगों ने मताधिकार का इस्तेमाल किया है. उन्होंने बताया कि नमक्कल में सबसे अधिक मतदान हुआ है जबकि सबसे कम मतदान तिरूनेलवेली जिले में हुआ.
सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी के पास चेपक-त्रिप्लिकेन से द्रमुक उम्मीदवार उदयनिधि स्टालिन के खिलाफ ज्ञानप दिया है, जिसमें उनके खिलाफ मतदान के दौरान पार्टी के चुनाव चिन्ह उगते सूरज वाला पार्टी चिन्ह पहनने का आरोप लगाया. अन्नाद्रमुक ने उदयनिधि को अयोग्य करार दिये जाने की मांग की .
अन्नाद्रमुक के लोकसभा सदस्य पी रवींद्रनाथ ने आरोप लगाया कि द्रमुक के कार्यकर्ताओं ने उन पर तथा उनके समर्थकों पर कथित रूप से हमला किया. एक कार की क्षतिग्रस्त खिड़की की तरफ इशारा करते हुये उन्होंने आरोप लगाया कि यह हमला हत्या करने के लिये किया गया था. सांसद ने यह भी आरोप लगाया कि इसके लिये बड़े पैमाने पर पत्थरों का इस्तेमाल किया गया.
इस बीच कोयंबटूर के थोंडामुतूर विधानसभा क्षेत्र से द्रमुक उम्मीदवार कार्तिकेय शिवसेनापति ने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ द्रमुक एवं भारतीय जनता पार्टी के लोगों ने उन पर उस समय हमला करने की कोशिश की जब वह कार में यात्रा कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि वीडियो से हमले के बारे में स्पष्ट तौर पर पता चलता है, और इस संबंध में शिकायत दर्ज की गयी. उन्होंने दावा किया कि अन्नाद्रमुक के एक कार्यकर्ता ने कथित रूप से उन्हें धमकी भी दी .
सलेम जिले में एक मतदान केंद्र पर एक पीएमके पार्टी का तौलिया रखे एक व्यक्ति और एक मतदाता के बीच मारपीट हो गयी . मतदाता तौलिये का विरोध कर रहा था . बाद में पुलिस ने हस्तक्षेप कर दोनों को वहां से हटाया.
तिरूवल्लूर एवं डिंडीगुल जिलों में अन्नाद्रमुक एवं द्रमुक कार्यकर्ता एक मतदान केंद्र पर भिड़ गये.
मतदान के दौरान दो मतदाताओं ने दावा किया उनका मतदान पहले ही हो चुका है और बाद में चुनाव नियम की धारा 49 पी के तहत बैलेट पेपर के जरिये उन्होंने मतदान किया. 2018 में अभिनेता विजय की एक फिल्म आयी थी - सरकार. इसमें इस नियम का इस्तेमाल किया गया था, इसके बाद तमिलनाडु में यह नियम लोकप्रिय हो गया.
रामनाथपुरम जिले के कोडांगीपट्टी में एक मतदान केंद्र पर शाम तक एक भी मतदाता नहीं पहुंचा क्योंकि बुनियादी सुविधाओं के अभाव में स्थानीय लोगों ने मतदान का ‘बहिष्कार’ करने की घोषणा की थी.
साहू ने बताया कि प्रदेश में कहीं से भी कानून व्यवस्था की किसी बड़ी घटना की खबर नहीं है, जिन घटनाओं की जानकारी मिली है उनकी प्रकृति बहुत छोटी थी. उन्होंने कहा कि अन्नाद्रमुक सांसद एवं थोंडामुतूर में द्रमुक प्रत्याशी से संबंधित घटनाओं के बारे में स्थानीय अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी गयी.
विरूद्धनगर में एक मतदान केंद्र पर कोई भी बटन दबाने पर एक खास चुनाव चिह्न के पक्ष में मतदान होने के आरोपों के बारे में पूछे जाने पर साहू ने कहा कि ऐसी कोई सूचना नहीं है.