हैदराबाद : तेलंगाना राज्य 2 जून 2014 को आंध्र प्रदेश से अलग होकर भारत का 29वां स्वतंत्र राज्य बना. प्रधानमंत्री मोदी और उपराष्ट्रपति नायडू ने तेलंगाना स्थापना दिवस की बधाई दी है. वहीं, मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने राज्य के स्थापना दिवस पर अपने कार्यालय में राष्ट्रीय ध्वज फहराया.
इससे पहले उन्होंने गन पार्क में पृथक राज्य आंदोलन के शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित की थी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तेलंगाना के स्थापना दिवस पर राज्य के लोगों को बुधवार को बधाई देते हुए कहा कि यह राज्य अनूठी संस्कृति और मेहनती लोगों से समृद्ध है जिन्होंने कई क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है.
आंध्र प्रदेश से अलग होने के बाद तेलंगाना को 2014 में इसी दिन राज्य का दर्जा दिया गया था.
मोदी ने ट्वीट किया, राज्य के स्थापना दिवस पर तेलंगाना के लोगों को शुभकामनाएं. राज्य अनूठी संस्कृति और मेहनतकश लोगों से धन्य है जिन्होंने कई क्षेत्रों में उत्कृष्टता हासिल की है. तेलंगाना के लोगों के अच्छे स्वास्थ्य एवं कुशलता की प्रार्थना करता हूं.
उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने भी राज्य के लोगों को बधाई दी.
उन्होंने कहा कि तेलंगाना में सदियों पुरानी परंपराएं अस्तित्व में हैं और यह अपने समृद्ध इतिहास, विविधतापूर्ण सांस्कृतिक विरासत तथा वास्तु भव्यता के लिए प्रसिद्ध है.
नायडू ने कहा, राज्य और उसके सक्षम लोगों ने राष्ट्र के विकास के प्रति बहुत योगदान दिया है. राज्य की प्रगति एवं समृद्धि तथा उसके लोगों की कुशलता के लिए मेरी शुभकामनाएं.
वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी ने भी तेलंगाना दिवस के अवसर पर राज्य के लोगों को बधाई दी है.
आज के दिन राज्य के सभी जिलों में उत्सव आयोजित किए जाते हैं.
बता दें कि, डॉक्टर मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार ने 2013 में तेलंगाना राज्य की स्थापना को सहमति दी थी. फरवरी 2014 तक तेलंगाना से जुड़े स्टेटहुड बिल को राज्यसभा और लोकसभा में पास कर दिया गया. अप्रैल 2014 के आम चुनावों में तेलंगाना राष्ट्र समिति ने 119 सीटों में से 63 सीटों पर जीत दर्ज कर सरकार बनाई. बता दें कि, के चंद्रशेखर राव तेलंगाना के पहले मुख्यमंत्री चुने गए. इसके साथ ही आंध्र प्रदेश से अलग एक राज्य बनाने के लिए क्षेत्र में चल रहा दशकों पुराना संघर्ष समाप्त हो गया था.