नांदेड़ : तेलंगाना के मुख्यमंत्री और बीआरएस नेता के. चंद्रशेखर राव (K Chandrasekhar Rao) ने रविवार को कहा कि महाराष्ट्र सरकार द्वारा किसानों के लिए घोषित 6,000 रुपये की सहायता अपर्याप्त है. तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर ने किसानों के विभिन्न मुद्दों पर शिंदे-फडणवीस सरकार की आलोचना की है.
मुंबई से करीब 450 किलोमीटर दूर नांदेड़ जिले की लोहा तहसील में एक रैली को संबोधित करते हुए राव ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने उनके पिछले महीने नांदेड़ में एक रैली को संबोधित करने के बाद ही किसानों को यह वित्तीय सहायता देने का फैसला किया था.
केसीआर ने कहा कि 'मैं केवल एक बार यहां आया था और प्रत्येक किसान को प्रति वर्ष 6,000 रुपये देने का प्रावधान महाराष्ट्र के बजट में किया गया. यह पहले कभी क्यों नहीं किया गया?'
भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के नेता केसीआर ने कहा कि 'हालांकि ये मदद भी आग पर पानी छिड़कने के समान है. हमें यह नहीं चाहिए. हम चाहते हैं कि किसानों को प्रति एकड़ 10,000 रुपये दिए जाएं जो इसका इस्तेमाल कृषि गतिविधियों में निवेश करने के लिए कर सकें.'
केसीआर ने कहा कि 'हम किसानों को प्रति एकड़ 10 हजार रुपए निवेश के लिए देते हैं. साथ ही किसानों को 24 घंटे मुफ्त बिजली मुहैया कराई जाती है. किसान की आकस्मिक मृत्यु होने पर उसका 5 लाख रुपये का बीमा किया जाता है. केसीआर ने सवाल उठाया है कि अगर हम किसानों को ऐसी तमाम सुविधाएं मुहैया करा सकते हैं तो महाराष्ट्र सरकार उन्हें क्यों नहीं दे सकती.'
उन्होंने दावा किया कि उनके अधीन तेलंगाना सरकार ने किसानों की स्थिति में सुधार किया है. केसीआर ने कहा कि 'कोई आठ-नौ साल पहले तेलंगाना का बुरा हाल था. किसान बड़ी संख्या में आत्महत्या कर रहे थे, लेकिन हमने शासन बदल दिया और उनका बोझ कम कर दिया. अगर तेलंगाना सुधार कर सकता है तो महाराष्ट्र जैसा राज्य जिसके पास अधिक संसाधन हैं, क्यों नहीं सुधर सकता.'
राव ने 2024 के चुनावों में केंद्र सरकार में बदलाव का सुझाव देते हुए 'अबकी बार, किसान सरकार' का नारा दोहराया. महाराष्ट्र के पूर्व लोकसभा सांसद हरिभाऊ राठौड़, पूर्व विधायक शंकर ढोंडगे और हर्षवर्धन जाधव, और स्थानीय राजनीतिक नेता रविवार को रैली में केसीआर की उपस्थिति में बीआरएस में शामिल हुए.
तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने इससे पहले भी केसीआर ने नांदेड़ में जनसभा की थी. उस वक्त भी केसीआर ने राज्य में किसानों के मुद्दों को उठाकर राज्य सरकार की आलोचना की थी. 5 फरवरी को, केसीआर ने नांदेड़ में कहा था कि किसानों के लिए देश की बागडोर संभालने का समय आ गया है और पिछले 75 वर्षों में देश में किसानों की दुर्दशा के लिए कांग्रेस और भाजपा को दोषी ठहराया था.
अब आज (26 मार्च) केसीआर ने नांदेड़ में अपनी दूसरी मीटिंग की. इस बार भी उन्होंने महाराष्ट्र में किसानों के मुद्दों को उठाते हुए शिंदे-फडणवीस सरकार की आलोचना की है. केसीआर ने कहा कि 'हम महाराष्ट्र के किसानों के लिए भी लड़ेंगे.'
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(PTI)