तेलंगाना चुनाव 2023: कांग्रेस ने MLC के. कविता के खिलाफ चुनाव आयोग से की शिकायत
तेलंगाना विधानसभा चुनाव 2023 के लिए मतदान के दौरान बीआरएस एमएलसी कविता पर चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाया है. प्रदेश कांग्रेस चुनाव समिति के अध्यक्ष निरंजन ने चुनाव आयोग से इसकी शिकायत की है.Congress complaint EC on MLC Kavitha
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हैदराबाद: कांग्रेस पार्टी ने बीआरएस एमएलसी कविता पर चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाया है. प्रदेश कांग्रेस चुनाव समिति के अध्यक्ष निरंजन ने कहा कि इसकी शिकायत केंद्रीय चुनाव आयोग से की गयी है. कविता ने बंजारा हिल्स स्थित डीएवी स्कूल के मतदान केंद्र पर अपने मताधिकार का प्रयोग किया.
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि कविता ने मीडिया से बात करते हुए मतदाताओं से बीआरएस को वोट देने की अपील की. कांग्रेस पार्टी ने चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई कि यह चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन है. निरंजन ने कहा कि उन्होंने इसे राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी (सीईओ) विकास राज के ध्यान में लाए हैं. उनसे कविता के खिलाफ नियमों के अनुसार कार्रवाई करने के लिए कहा. कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना है मतदान केंद्र पर वोटिंग के दौरान किसी पार्टी का प्रचार करना सीधे तौर पर आचार संहिता का उल्लंघन है. कविता ने मीडिया के माध्यम से लोगों को अपनी पार्टी को वोट देने के लिए प्रोत्साहित किया.
नागार्जुनसागर परियोजना परिसर में तनाव: नागार्जुनसागर में तनाव का माहौल बना हुआ है. बुधवार आधी रात के बाद आंध्र प्रदेश पुलिस अवैध रूप से बांध में घुस गई और कंटीले तारों की बाड़ लगा दी. आंध्र पुलिस विभाग के शीर्ष अधिकारी लगभग 500 पुलिस कर्मियों के साथ सागर परियोजना के पास पहुंचे और कहा कि परियोजना के 26 गेटों में से आधे 13वें गेट तक उनका अधिकार है. उन्होंने एसपीएफ कर्मियों पर हमला किया और उनके मोबाइल फोन तोड़ डाले. बांध की सुरक्षा के लिए लगाए गए सीसीटीवी कैमरों को नष्ट कर दिया. बाद में वे 13वें गेट पर पहुंचे और कंटीले तारों की बाड़ लगा दी और बांध पर नियंत्रण कर लिया.
सूचना मिलने पर मिर्यालागुडा डीएसपी वेंकटगिरी बांध पहुंचे और एपी पुलिस से बात की. बांध के संबंध में रखरखाव का मुद्दा जल निकासी से संबंधित है और एपी ने पुलिस को कांटेदार तार की बाड़ हटाने की सलाह दी. जब उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया तो वह अपने स्टाफ के साथ वापस चले गये. कृष्णा नदी प्रबंधन बोर्ड ने तेलंगाना राज्य विभाजन के हिस्से के रूप में नागार्जुन सागर का प्रबंधन तेलंगाना सरकार को सौंप दिया. अब तक तेलंगाना सरकार ने पानी छोड़ने और सुरक्षा को लेकर सभी तरह के उपाय किए हैं.