नई दिल्ली : तेल और प्राकृतिक गैस आयोग (ओएनजीसी) के ड्रिलिंग जहाज 'सागर भूषण' से सोमवार को नियंत्रण कक्ष के लिए एक तत्काल MAY-DAY(जहाजों और विमानों द्वारा उपयोग किया जाने वाला एक अंतरराष्ट्रीय रेडियो संकट संकेत) जारी किया गया.इस दौरान एक एंकर ड्रम से एंकर वायर रोप 1,4,5,6 और 7 निकलती हैं. इसक बाद चेन और एंकर के साथ पूरी वायर रोप समुद्र में खो जाती हैं...स्टीयरिंग गियर यूनिट डेक के फर्श से टूट जाता है और प्रयोग करने योग्य नहीं रहता, पोर्ट साइड गैंगवे समुद्र में गिर जाता है. पोत अपना नियंत्रण खो देती है और दो बजकर पांच मिनट पर MAY-DAY का एलान किया जाता है.
सोमवार को चक्रवात तौकते के कारण इस तरह के MAY-DAY रेडियो संदेश सोमवार को अरब सागर तट पर स्थित ओएनजीसी के लगभग 25 प्लेटफार्मों से भेजे गए.
इस रिपोर्ट को लिखने के समय ईटीवी भारत को पता चला कि सागर भूषण को टो लाइन (एक बोट से दूसरी बोट को खींचने) से बचाया जाएगा और जहाज पर चालक दल के सभी सदस्यों को सुरक्षित बंदरगाह पर ले जाया जाएगा. हालांकि इनमें से कुछ ऐसे थे जो शायद इतने भाग्यशाली नहीं थे.
इसी दिन, 261 व्यक्तियों के साथ एक बड़े ओएनजीसी बर्ज papa-305 से एसओएस संदेश में कहा गया कि बर्ज papa-305 मानव रहित प्लेटफॉर्म एचसी (हीरा चार्ली) हीरा फील्ड लगभग 9 बजकर 30 मिनट पर टकराया. जिसे वह क्षतिग्रस्त हो गया और स्टारबोर्ड साइड टैंक और इंजन कक्ष में पानी भर गया. उनको तुरंत मदद की जरूरत थी.
मंगलवार को P-305 मुंबई से 35 समुद्री मील की दूरी पर मुंबई अपतटीय विकास क्षेत्र में डूब गया, यहां तक कि तीन भारतीय नौसेना के जहाज ब्यास, बेतवा और तेग संयुक्त रूप से खोज और बचाव (SAR) अभियान चलाने के लिए INS कोच्चि और INS कोलकाता शामिल हुए.
साथ ही एक P-8आई विमान और नौसैनिक हेलीकॉप्टर क्षेत्र में हवाई तलाशी जारी रखे हुए हैं.
इस रिपोर्ट को लिखने तक, कुल 261में से 180 लोगों को बचाया जा चुका है, क्योंकि अंधेरा छा रहा था और समुद्र की स्थिति भी बेहद खराब थी और लगभग 25-30 मील की रफ्तार से हवाएं चल रही थीं, जो एसएआर संचालन में शामिल जहाजों और विमानों के लिए एक चुनौती थी.