तिरुवनंतपुरम: सोना तस्करी मामले में आरोपी स्वप्ना सुरेश ने गुरुवार को दावा किया कि सत्ताधारी पार्टी सीपीएम द्वारा मामले को निपटाने का प्रयास किया गया. उसने दावा किया कि कथित तौर पर एक मध्यस्थ के माध्यम से उसे 30 करोड़ रुपये की पेशकश की गई और उसे राज्य छोड़ने के लिए कहा गया. स्वप्ना ने आरोप लगाते हुए कहा कि मध्यस्थ ने उसे 30 करोड़ रुपये ऑफर देते हुए सीएम और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ सभी आरोपों को वापस लेने के लिए कहा. स्वप्ना सुरेश ने बेंगलुरु से एक फेसबुक लाइव के माध्यम से इन आरोप का खुलासा किया और सीएम और उनके परिवार को चुनौती दी.
स्वप्ना सुरेश ने कहा कि कन्नूर जिले के विजयन पिल्लई नाम के एक व्यक्ति ने उसे तीन दिन पहले एक चैनल के साक्षात्कार के लिए बुलाया था. इसके लिए वह अपने बच्चों को लेकर बेंगलुरु के एक होटल की लॉबी में गईं. स्वप्ना सुरेश ने आरोप लगाया कि विजयन पिल्लई नामक शख्स को दूते के रूप में भेजा गया था. वह सीपीएम के राज्य सचिव एमवी गोविंदन के निर्देश पर आए थे और उनके निर्देश थे कि मुख्यमंत्री और उनके परिवार के खिलाफ प्रत्यक्ष और डिजिटल दोनों तरह के सभी सबूत सौंपने के लिए दबाव बनाया. साथ ही राज्य छोड़कर जाने को कहा.