कासगंज:राम मंदिर अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर देशभर के नेताओं को बयान दिए जा रहे हैं. ऐसे में यूपी के समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य का एक विवादित बयान फिर सामने आया है. उन्होंने कार सेवकों को अराजक तत्व बताते हुए तत्कालीन सपा सरकार द्वारा गोली चलाने की घटना को न्याय संगत और जायज करार दिया है. उन्होंने कहा कि पूर्व में समाजवादी पार्टी की सरकार में जो अराजक तत्वों ने तोड़फोड़ की थी इसी के चलते न्याय की रक्षा करने के लिए गोली चलाई गई थी. वहीं भाजपा ने स्वामी के इस बयान पर पलटवार किया है. भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग ने कहा है कि स्वामी प्रसाद मौर्य मानसिक दिवालियापन के शिकार हैं.
कासगंज के गंजडुंडवारा में आयोजित समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता सम्मेलन में स्वामी प्रसाद मौर्य पहुंचे थे. यहां पार्टी के कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया. मीडिया से बात करते हुए स्वामी प्रसाद ने भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि बीजेपी तानाशाही रवैया अपना रही है. सरकार का मंहगाई पर ध्यान नहीं है. उन्होंने कहा कि जो संसद बहस के लिए बनाई गई है, उसमें से सांसदों को बाहर का रास्ता दिखा दिया जाता है.
"एटा में घंटा पूजन के समय बीजेपी के केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल द्वारा अपने बयान में यह कहे जाने की कार सेवकों पर सपा सरकार में गोली चलाई गई थी. सपा सरकार से कोई श्री राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आना चाहे तो उसको स्वागत है" इसे लेकर उन्होंने कहा कि उस समय की सरकार ने न्याय की रक्षा करने के लिए अपने कर्तव्य का पालन करते हुए गोलियां चलवाई थी. क्योंकि बिना किसी न्यायिक निर्देश के अराजक तत्वों ने वहां पर तोड़फोड़ की थी. वहीं, एसपी सिंह बघेल को लेकर उन्होंने कहा कि उस समय वह समाजवादी पार्टी में थे. ऐसे में उन्हें इस तरह का बयान ही नहीं देना चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने कार सेवकों की तुलना अराजक तत्वों से की.
वहीं, मीडिया पर हमला बोलते हुए सपा महासचिव ने गोदी मीडिया करार दिया. उन्होंने कहा कि मीडिया निष्पक्ष बात नहीं कर पा रहा है. देश के जो ज्वलंत मुद्दे हैं. इस तरह की खबरें मीडिया नहीं दिखाता है. मीडिया मात्र् गड़े मुर्दों को उखाड़ता है. मीडिया के जो लोग सत्ता पक्ष के लोगों से सवाल पूछते हैं. उन्हें जेल भेज दिया जाता है.