अयोध्या: हरदोई में संविधान और आरक्षण संरक्षण सेना द्वारा गांधी भवन में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए पूर्व मंत्री व सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने मंच से हिंदू धर्म पर ऐसा बयान दिया, जिसको लेकर अयोध्या के संत बेहद नाराज हैं. खुले मंच से स्वामी प्रसाद मौर्य ने वर्णों की उत्पत्ति को लेकर देवताओं पर भी अमर्यादित टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि हिंदू फारसी शब्द है. फारसी में इसका मतलब चोर, नीच, अधर्मी है. हम इसे धर्म कैसे मान सकते हैं.
संतों ने स्वामी प्रसाद मौर्य को सबक सिखाने की दी चेतावनीःउनके इस बयान पर अयोध्या के संत आग बबूला हो गए और उन्होंने जल्द ही स्वामी प्रसाद मौर्य को सबक सिखाने की चेतावनी दे डाली. हनुमानगढ़ी के मुख्य पुजारी राजू दास ने बयान जारी करते हुए कहा है कि अपने कृत्यों से स्वामी प्रसाद मौर्य बाज नहीं आ रहे हैं और बहुत जल्द हिंदू समाज उन्हें सबक सिखाने वाला है.
प्रदेश सरकार स्वामी प्रसाद मौर्य पर करे कार्रवाईः स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान पर नाराजगी जताते हुए अयोध्या की प्रसिद्ध सिद्ध पीठ हनुमानगढ़ी के मुख्य पुजारी राजू दास ने कहा कि सपा नेता लगातार सनातन धर्म और हिंदू समाज पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर रहे हैं. सरकार द्वारा अभी तक उनके खिलाफ कोई कार्रवाई न करने के कारण उनका मन बढ़ गया है. मैं प्रदेश सरकार से भी यह सवाल कर रहा हूं कि क्या वह स्वामी प्रसाद मौर्य पर कार्रवाई नहीं कर सकती. अगर ऐसा नहीं है तो बहुत जल्द हिंदू समाज स्वामी प्रसाद मौर्य को सबक सिखाने का काम करेगा.
आखिर कहां से उत्पन्न हुआ हिंदू शब्दःरामलला के प्रधान पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने स्वामी प्रसाद मौर्य पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि उनको यह पता ही नहीं है कि हिंदू उर्दू शब्द है कि फारसी या संस्कृत है. रामलला के प्रधान पुजारी ने बताया कि हिंदू शुद्ध संस्कृत शब्द है. हिंदू शब्द के दो अर्थ होते हैं, एक जो दुष्टों का दमन करे, पापियों को मारे और दूसरा है जो अपने दोष को खत्म करे, उसे हिंदू कहते हैं.