भिलाई:ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती शनिवार को निजी कार्यक्रम के तहत भिलाई पहुंचे. नेहरू नगर में स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने धर्मांतरण के साथ ही बजरंग दल को लेकर मीडिया के सवालों के जवाब दिए. इस दौरान उन्होंने बजरंद दल के कार्यों और उसके सदस्यों के आचरण पर खुलकर बातचीत की. राममंदिर आंदोलन के समय बने इस दल के योगदान को उनके लोगों की ओर से ही नकार दिए जाने का भी आरोप लगाया.
साईं बाबा न भगवान हैं न गुरू: शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि" साईं बाबा न तो भगवान हैं और न ही गुरु हैं. साईं बाबा कोई संत भी नहीं है. इसके बाद भी अगर लोग उन्हें पूजते हैं तो यह श्रद्धा का विषय है. "
गौ हत्या नहीं होनी चाहिए: शंकराचार्य यहीं अविमुक्तेश्वरानंद नहीं रूके. उन्होंने कहा कि" देश में गाय की रक्षा होनी चाहिए. गाय की रक्षा के लिए सभी को काम करना चाहिए. इस्लाम में भी ऐसा कहा गया है कि आप जिसका दूध पीते हैं. उसे नहीं काटें. इसके बाद भी गौ हत्या हो रही है. जो दुख का विषय है."
राजनीतिक कारणों से हो रहा धर्म परिवर्तन:स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने धर्मांतरण के पीछे धार्मिक की बजाय राजनीतिक को कारण बताया. साथ ही सनातन धर्म की रक्षा के लिए अब आगे आने और जरूरत पड़ने पर जागरूकता अभियान चलाने की भी बात कही.
"कई धर्म वाले हैं जो चाहते हैं कि विश्व में राज करें. जो धर्मांतरण का विरोध हो रहा है वह भी धार्मिक कारण से नहीं हो रहा है वह भी एक राजनीति कारण से किया जा रहा है. किसी की धर्मांतरण करके राजनीति सफल हो रही है और किसी की धर्मांतरण का विरोध करके. सब राजनीति के लिए हो रहा है, धर्म के लिए नहीं.": स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती (शंकराचार्य, ज्योतिषपीठ)