आगरा:सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार को आगरा के खेरिया एयरपोर्ट से फ्लाइटों की संख्या बढ़ाए जाने की याचिका पर सुनवाई हुई. इसमें सुप्रीम कोर्ट की त्रिस्तरीय बेंच ने फ्लाइटों की संख्या बढ़ाने की मंजूरी दे दी है. सुप्रीम कोर्ट की मंजूरी से ताजनगरी के पर्यटन उद्योग को पंख लगेंगे. खेरिया एयरपोर्ट के सिविल एंक्लेव पर घरेलू उड़ानों के साथ ताज देखने आने वाले पर्यटकों के चार्टर प्लेन की संख्या भी बढ़ेगी. इसके साथ ही अब सिविल एंक्लेव का रुका हुआ निर्माण कार्य भी तेजी से गति पकडे़गा.
बता दें कि एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने फ्लाइटों की संख्या बढ़ाए जाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की थी. फ्लाइटों की संख्या नहीं बढ़ने की वजह से खेरिया एयरपोर्ट पर सिविल एंक्लेव का निर्माण भी रुका हुआ था. एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की याचिका पर सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने फ्लाइटों की संख्या बढ़ाने की अनुमति दे दी. इससे आगरा के पर्यटन कारोबारी और लोगों में खुशी की लहर है.
पर्यटकों और यात्रियों को होती है परेशानी
आगरा एयरफोर्स परिसर में सिविल एन्क्लेव है, जहां तक एयरफोर्स की बंदिशें हैं. इससे हवाई यात्रा से आने-जाने वाले पर्यटकों और यात्रियों को आवाजाही में परेशानी होती है. अभी यहां से बेंगलुरु, मुंबई, भोपाल समेत अन्य शहरों की उड़ान हैं. जिनके लिए यात्रियों को अर्जुन नगर गेट से बस में बैठकर आना और जाना पड़ता है. धनौली में प्रस्तावित सिविल एन्क्लेव है, जहां पर सीधे टैक्सी या कार से यात्री पहुंच सकते हैं.
सुप्रीम कोर्ट ने धनौली में प्रस्तावित सिविल एन्क्लेव के निर्माण की सन 2019 में मंजूरी दी थी, लेकिन हवाई उड़ानों की संख्या बढ़ाने पर रोक लगा दी थी. इसके चलते ही एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने 400 करोड़ रुपये के सिविल एंक्लेव निर्माण का प्रस्ताव ड्रॉप कर दिया. इसकी जानकारी अधिवक्ता केसी जैन की आरटीआई के जबाव 22 अप्रैल 2022 को मिली थी.