अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय धार्मिक नारा लगाने वाला छात्र निलंबित. अलीगढ़: 74 वे गणतंत्र दिवस पर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) में 'अल्लाह हू अकबर' नारा लगाने का मामला सामने आया था. इस मामले को गंभीरता से लेते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन ने एक छात्र को निलंबत कर दिया है. एएमयू के प्रॉक्टर प्रो. वसीम का कहना है कि एएमयू में विवादित नारे लगाने वाले बीए के छात्र बदी उल जुहा को एएमयू प्रशासन ने सस्पेंड कर दिया है. मामले की तीन सदस्यीय कमेटी जांच कर रही है.
वहीं, इस मामले को लेकर भाजपा के फायर ब्रांड नेता और श्रम व सेवायोजन मंत्री ठाकुर रघुराज सिंह का एक बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने कहा है कि ऐसे नारे लगाने वाले आतंकवादियों को पाकिस्तान भेज देना चाहिए, किराया मैं दूंगा. साथ ही उन्होंने कहा कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के नाम में से मुस्लिम शब्द हटाकर अलीगढ़ विश्वविद्यालय कर देना चाहिए.
बता दें कि गणतंत्र दिवस के अवसर पर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में छात्रों के द्वारा अल्लाह हू अकबर के नारे लगाए जाने का एक विवादित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. इसके बाद खलबली मच गई थी. इस मामले को लेकर भाजपा के फायर ब्रांड नेता व प्रदेश सरकार में श्रम एवं सेवायोजन मंत्री ठाकुर रघुराज सिंह ने शुक्रवार को कहा है कि "अल्लाह हू अकबर" के नारे मस्जिद में लगाएं, अपने घर पर लगाएं, ठीक है कोई बात नहीं.
यह राष्ट्रीय पर्व है, राष्ट्रीय त्योहार है, इस देश का सरकारी त्यौहार है. 26 जनवरी और 15 अगस्त को इस दिन अगर झंडे के नीचे ऐसे शब्दों का प्रयोग किया जाए तो आप आतंकवादी हैं. आतंकवादियों को तत्काल यहां से डेढ़ सौ रुपए की एक रोटी पाकिस्तान में मिल रही है तो वहां इनको भेज देना चाहिए. इनके पास पैसा नहीं है तो पैसा मैं दूंगा. ऐसे जाहिल लोग यहां से चले जाएं क्योंकि यह हिंदुस्तान की तरक्की को तरक्की नहीं चाहते. मोदी जी और योगी जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश और देश तरक्की की राह पर बढ़ा हुआ है.
आज हम देश की अर्थव्यवस्था को लेकर बात कर रहे हैं और यह बेईमान हिंदुस्तान का खाएंगे और पाकिस्तान का गीत गाएंगे तो ऐसे षड्यंत्रकारियों को आतंकवादी श्रेणी में डालकर इन पर राष्ट्रद्रोह लगाकर जेल में डालना चाहिए, नहीं तो इनको पाकिस्तान भेज देना चाहिए. जहां पर डेढ़ सौ रुपये की रोटी खाएं जाकर. इस मामले में विश्व विश्वविद्यालय प्रशासन को तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए और तत्काल निष्कासित करना चाहिए. विश्वविद्यालय से और राष्ट्रद्रोह का केस उन पर दर्ज कराना चाहिए. अगर विश्वविद्यालय ईमानदारी से हिंदुस्तानी परिभाषा को परिभाषित करता है तो नहीं तो मैं इस बात को समझ लूंगा इसमें विश्वविद्यालय की मिलीभगत है और इस अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय का नाम अलीगढ़ विश्वविद्यालय होना चाहिए मुस्लिम शब्द हटा देना चाहिए.
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