कोलंबो [श्रीलंका]: भारत में श्रीलंका के उच्चायुक्त मिलिंडा मोरागोडा ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने आर्थिक संकट में फंसे द्वीप राष्ट्र के बेहतर भविष्य के उपायों पर चर्चा की. बता दें कि भारत ने आर्थिक संकट की इस घड़ी में श्रीलंका को 1 बिलियन अमरीकी डॉलर की अतिरिक्त क्रेडिट लाइन देने की घोषणा की और साथ ही 11,000 मीट्रिक टन चावल का स्टॉक भी उपलब्ध कराया है. इसके अलावे भारत-श्रीलंका फाउंडेशन की 37वीं बोर्ड बैठक भी शुक्रवार को नई दिल्ली में मोरागोडा की सह-अध्यक्षता और श्रीलंका में भारत के उच्चायुक्त गोपाल बागले की अध्यक्षता में हुई. उसके बाद भारत में स्थित श्रीलंकाई दूतावास ने ट्विटर पर लिखा, "अप्रैल के मध्य में उनकी बैठक के बाद, उच्चायुक्त मिलिंडा मोरागोडा ने भारत की वित्त और कॉर्पोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण से आज दोबारा मुलाकात की. इस दौरान भारत द्वारा दिए जाने वाले आर्थिक सहयोग पर विशेष चर्चा की गई. "
बता दें कि 1948 में स्वतंत्र होने के बाद से श्रीलंका अपने सबसे खराब आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहा है. आर्थिक मंदी का श्रेय COVID-19 महामारी के दौरान पर्यटन पर लगी पाबंदी के कारण विदेशी मुद्रा भंडार में कमी आयी. इस कारण देश पर्याप्त ईंधन खरीदने में असमर्थ हो गया और लोगो को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. श्रीलंका वर्तमान में भोजन, बुनियादी आवश्यकताओं, ईंधन और गैस की बेहद कमी से जुझ रहा है. फरवरी में, नई दिल्ली ने श्रीलंका सरकार की ओर से ऊर्जा मंत्रालय और सीलोन पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन के माध्यम से पेट्रोलियम उत्पादों की खरीद के लिए कोलंबो को 500 मिलियन अमरीकी डॉलर का अल्पकालिक ऋण दिया था. इसके अलावे नवंबर 2021 में भारत ने श्रीलंका को 100 टन नैनो नाइट्रोजन तरल उर्वरक दिए क्योंकि श्रीलंका सरकार ने रासायनिक खाद के आयात पर बैन लगा दिया था.