विशाखापत्तनम (आंध्र प्रदेश) :भारतीय नौसेना ने रविवार को यहां नौसेना दिवस के अवसर पर शानदार युद्ध कौशल का प्रदर्शन किया. राष्ट्रपति और सैन्य बल की सर्वोच्च कमांडर द्रौपदी मुर्मू यहां रामकृष्ण बीच पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि थीं. यह पहली बार था जब नौसेना दिवस नयी दिल्ली के बाहर मनाया गया. पनडुब्बी आईएनएस सिन्धुकीर्ति और पोत आईएनएस तरंगिनी पर सवार नाविकों ने राष्ट्रपति का शानदार स्वागत किया. नौसेना के कमांडो ने सी किंग हेलीकॉप्टर से प्रदर्शन किया, जिसके बाद मार्कोस (मरीन कमांडो) ने युद्ध कौशल दिखाते हुए एक बचाव अभियान के साथ 'ऑयल रिग' (समुद्र से तेल निकालने के लिए बना ढांचा) को ध्वस्त कर दिया. हॉक विमान के साथ मिग-29 के विमानों ने भी प्रदर्शन दिखाए.
नौसेना के युद्धपोत मिसाइल कार्वेट आईएनएस खंजर, आईएनएस कदमत्त और आईएनएस किर्च, डिस्ट्रॉयर आईएनएस दिल्ली, फ्रिगेट आईएनएस सह्याद्री और डिस्ट्रॉयर आईएनएस कोच्चि का प्रदर्शन किया गया. एक खोज और बचाव अभियान का प्रदर्शन भी किया गया जिसमें कमांडो नौसेना के चेतक और उन्नत हल्के हेलीकाप्टर एएलएच मच-3 से नीचे उतरे और मिशन को अंजाम दिया. कार्यक्रम के तहत नौसेना के विमानों द्वारा फ्लाई-पास्ट के साथ, युद्धपोतों से रॉकेट दागे गए.
स्काइडाइवर अनूप सिंह ने एक विमान से कूदने के प्रदर्शन के बाद राष्ट्रपति को 'भारतीय नौसेना का इतिहास' पुस्तक भेंट की. प्रसिद्ध संगीतकार तिकड़ी शंकर-एहसान-लॉय द्वारा रचित और प्रसिद्ध गीतकार प्रसून जोशी द्वारा लिखित, भारतीय नौसेना पर तैयार गीत को इस अवसर पर जारी किया गया. शंकर (महादेवन) ने दर्शकों के सामने मंच पर एक प्रस्तुति भी दी जिसमें उनके सहयोगियों एहसान-लॉय तथा जोशी ने साथ दिया. भारतीय नौसेना बैंड ने गीत के लिए धुन बजाई. नौसेना दिवस के उपलक्ष्य में तट पर सजाए गए जहाजों को देखने के लिए हजारों लोग वहां उपस्थित हुए.