लखनऊ :लखनऊ के गोसाईगंज में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा स्थापित, भगवान परशुराम का 68 फीट ऊंचा विशाल फरसा, स्थापना के कुछ दिन बाद ही गिरकर टूट गया. फरसा गिरने के बाद सियासत गरमा गई है. एक तरफ जहां फरसा गिराने का आरोप सपा कार्यकर्ता, भाजपा के लोगों पर लगा रहे हैं. वहीं, भाजपा ने भी इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है. भाजपा का कहना है, जो पार्टी भगवान परशुराम का फरसा लगाने में भ्रष्टाचार कर सकती है, वो पार्टी प्रदेश में क्या विकास करेगी.
बता दें, 2 जनवरी को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लखनऊ के गोसाईगंज गांव में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के बगल में भगवान परशुराम का विशाल फरसा लगाकर उद्घाटन किया था. मंदिर प्रांगण में भगवान परशुराम का 68 फीट ऊंचा फरसा लगाया गया था. लेकिन आज यानी सोमवार को भगवान परशुराम का फरसा गिरा हुआ पाया गया. फरसा गिरने से सपा कार्यकर्ताओं में भारी आक्रोश है. इनका कहना है कि ये साजिश भाजपा वालों की है.
दरअसल, उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 (UP Assembly Election 2022) को देखते हुए सभी पार्टियां ब्राह्मणों को रिझाने में लगी हुई हैं. इसी के मद्देनजर 2 जनवरी 2022 को राजधानी लखनऊ के गोसाईगंज में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भगवान परशुराम के मंदिर का उद्घाटन कर, यहां भगवान परशुराम का विशाल फरसा लगाया था. यह मंदिर उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से ठीक जुड़ा हुआ है.