नई दिल्ली :विदेश मंत्रालय ने बताया कि हुंडई मामले में दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री ने खेद जताया है. इससे एक दिन पहले भारत ने दक्षिण कोरिया के राजदूत को तलब किया था और इस तरह की अस्वीकार्य पोस्ट को लेकर कड़ी नाखुशी दर्ज करायी थी. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि दक्षिण कोरिया के राजदूत चांग जेइ-बोक को सोमवार को तलब किया गया और उनसे दो टूक कहा गया कि देश की क्षेत्रीय अखंडता से जुड़े मामले में कोई समझौता नहीं किया जा सकता. सियोल में भारत के राजदूत ने भी हुंडई मामले में दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री ने जताया खेद मुख्यालय से संपर्क किया और इस पर स्पष्टीकरण मांगा.
गौरतलब है कि तथाकथित कश्मीर एकजुटता दिवस पर हुंडई पाकिस्तान के एक ट्वीट से बड़ा विवाद पैदा हो गया और भारत में सोशल मीडिया पर कुछ उपयोगकर्ताओं ने कंपनी द्वारा बनायी कारों का बहिष्कार करने तक का आह्वान किया. इस मुद्दे से कूटनीतिक तनाव शुरू होने की आशंका के बीच बागची ने बताया कि दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री चुंग युआई योंग ने विदेश मंत्री एस जयशंकर को फोन किया और बातचीत के दौरान इस मामले से भारत के लोगों और सरकार की भावनाओं को ठेस पहुंचने के लिए खेद जताया है.
दक्षिण कोरियाई विदेश मंत्री से बातचीत के बाद जयशंकर ने ट्वीट किया कि दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री चुंग युआई योंग से फोन पर बातचीत हुई. हुंडई मामले समेत द्विपक्षीय और बहु-स्तरीय मुद्दों पर चर्चा हुई. हुंडई को कड़ा संदेश देते हुए बागची ने कहा कि इन मुद्दों से उचित तरह से निपटने के लिए भारत हुंडई द्वारा पर्याप्त कार्रवाई करने की अपेक्षा करता है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि भारत विभिन्न क्षेत्रों में विदेशी कंपनियों के निवेश का स्वागत करता है लेकिन वह यह भी उम्मीद करता है कि ये कंपनियां या इनसे संबंध कंपनियां संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के मामलों पर झूठी और भ्रामक टिप्पणियां करने से बचेंगी.
बागची ने कहा कि हमने हुंडई की पाकिस्तान ईकाई द्वारा तथाकथित कश्मीर एकजुटता दिवस पर सोशल मीडिया पर एक पोस्ट देखा था. रविवार को सोशल मीडिया पोस्ट सामने आने के तत्काल बाद सियोल में भारतीय राजदूत ने हुंडई मुख्यालय से संपर्क किया और उनसे स्पष्टीकरण मांगा. उन्होंने इस मुद्दे पर मीडिया में एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि इस पोस्ट को बाद में हटा दिया गया. कोरिया गणराज्य के राजदूत को विदेश मंत्रालय ने कल तलब किया था.