नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सशस्त्र बलों में भर्ती के लिए केंद्र की 'अग्निपथ' योजना को शनिवार को दिशाहीन बताया और कहा कि उनकी पार्टी इसे वापस करवाने के लिए संघर्ष का वादा करती है. उन्होंने इस योजना का विरोध कर रहे युवाओं से अपनी मांगों के लिए शांतिपूर्ण और अहिंसक ढंग से आंदोलन करने की अपील की. देश के युवाओं के नाम एक संदेश में गांधी ने कहा, 'मुझे दुख है कि सरकार ने आपकी आवाज को दरकिनार करते हुए सशस्त्र बलों में भर्ती के लिए नई योजना की घोषणा की, जोकि पूरी तरह से दिशाहीन है.'
उनके लिए अपनी पार्टी के समर्थन की घोषणा करते हुए, कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि युवाओं के साथ-साथ, कई पूर्व सैनिकों और रक्षा विशेषज्ञों ने भी इस योजना पर सवाल उठाए हैं. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी फिलहाल अस्पताल में भर्ती हैं और श्वास नली में संक्रमण और कोविड-19 के बाद की जटिलताओं के लिए उनका उपचार जारी है और वह चिकित्सकों की सघन निगरानी में हैं. सोनिया गांधी ने कहा कि वह सेना में लाखों पद खाली होने के बावजूद भर्ती में तीन साल की देरी को लेकर युवाओं के दर्द को समझ सकती हैं. उन्होंने कहा, 'वायुसेना में भर्ती की परीक्षा देकर परिणाम और नियुक्ति का इंतजार कर रहे युवाओं के साथ भी मेरी पूरी सहानुभूति है.'