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उत्तरी सीमा पर हालात स्थिर लेकिन संवेदनशील: आर्मी चीफ

Army Chief on eastern Ladakh row : सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने कहा कि '120 से अधिक महिलाओं को कर्नल रैंक में पदोन्नत किया गया है और यह महिलाओं के 'सशक्तिकरण' के संदर्भ में एक महत्वपूर्ण विकास का प्रतीक है. आर्मी चीफ ने कहा कि पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास हालात 'स्थिर' लेकिन 'संवेदनशील' हैं.

Army Chief
सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे

By PTI

Published : Jan 11, 2024, 4:51 PM IST

नई दिल्ली: भारतीय सेना के किसी भी चुनौती से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार रहने को रेखांकित करते हुए सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने गुरुवार को कहा कि पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास हालात 'स्थिर' लेकिन 'संवेदनशील' हैं.

सेना दिवस से पहले संवाददाताओं को संबोधित करते हुए जनरल पांडे ने कहा कि भारत और चीन टकराव के शेष बचे मुद्दों को हल करने के लिए सैन्य और राजनयिक स्तर पर वार्ता कर रहे हैं.

उन्होंने कहा, 'हमारी अभियानगत तैयारियां उच्च स्तर की हैं. क्षेत्र में सुरक्षा से जुड़ी किसी भी चुनौती से निपटने के लिए भारतीय सेना के पास पर्याप्त बल हैं.' पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच टकराव के कई स्थान हैं जिन पर पिछले तीन वर्ष से गतिरोध कायम है. हालांकि राजनयिक और सैन्य स्तर की कई दौर की वार्ता के बाद दोनों पक्षों ने टकराव वाले कई स्थानों से सैनिकों को वापस बुलाया है.

जम्मू कश्मीर के हालात पर जनरल पांडे ने कहा कि घुसपैठ की कोशिश की कई घटनाएं हुई हैं इसके बावजूद नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान के साथ संघर्ष विराम कायम है. उन्होंने कहा, 'हम नियंत्रण रेखा के पास घुसपैठ की कोशिशें नाकाम कर रहे हैं.'

जनरल पांडे ने कहा कि जम्मू कश्मीर में हिंसा की घटनाओं में कमी आई है, लेकिन राजौरी-पुंछ सेक्टर में इस प्रकार की घटनाएं बढ़ी हैं. विभिन्न आतंकवादी संगठनों को पाकिस्तान का सहयोग मिलने का प्रत्यक्ष रूप से जिक्र करते हुए जनरल पांडे ने कहा कि सीमा पार आतंक फल-फूल रहा है.

जम्मू-कश्मीर के राजौरी और पुंछ में आतंकवादी गतिविधियों पर सेना प्रमुख ने कहा, यह वो क्षेत्र है जहां हमारा विरोधी आतंकवाद को बढ़ावा देने में सक्रिय है. भूटान और चीन के बीच सीमा विवाद को सुलझाने के लिए जारी वार्ता के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि ऐसे घटनाक्रम जिनका असर भारत की सुरक्षा पर पड़ सकता है, उन पर नजर रखी जाती है.

जनरल पांडे ने कहा कि भूटान के साथ हमारे मजबूत सैन्य संबंध हैं और हम घटनाक्रम पर करीब से नजर रख रहे हैं. उन्होंने भारत-म्यांमार सीमा पर स्थिति को चिंता का विषय करार दिया.

सेना प्रमुख ने कहा कि अग्निवीरों को सेना में शामिल किए जाने की प्रक्रिया अच्छी तरह से आगे बढ़ रही है. उन्होंने कहा कि सुरक्षा बल के समग्र आधुनिकीकरण के तहत 2024 भारतीय सेना के लिए प्रौद्योगिकी को अपनाने का साल होगा.

महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा :सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने कहा कि '120 से अधिक महिलाओं को कर्नल रैंक में पदोन्नत किया गया है और यह महिलाओं के 'सशक्तिकरण' के संदर्भ में एक महत्वपूर्ण विकास का प्रतीक है. उन्होंने कहा कि अपने पुरुष समकक्षों की तरह, इन महिला सैनिकों को 'बारामूला' (उत्तरी कश्मीर जो उग्रवाद का गढ़ हुआ करता था), 'लेह' और अन्य क्षेत्रों सहित प्रमुख क्षेत्रों में तैनात किया गया है.

संयुक्त राष्ट्र में महिला शांति सेना की भूमिका पर जनरल मनोज पांडे ने कहा, 'देश भर में लगभग 101 महिला शांति रक्षक तैनात हैं जो शांति स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं.' पुरुष और महिला दोनों रक्षा कर्मियों के लिए लिंग तटस्थ नीति तैयार करने पर, सेना प्रमुख ने कहा कि 'इस पंक्ति में अगला कदम उनके पुरुष समकक्षों के साथ सामान्य पदोन्नति नीति दिशानिर्देश है.'

उन्होंने भारतीय सेना द्वारा पिछले महीने आसियान देशों की महिला अधिकारियों के लिए एक टेबल-टॉप अभ्यास आयोजित करने के बारे में भी बताया, जिसका उद्देश्य लैंगिक समावेशिता को बढ़ावा देना और शांति अभियानों में महिला सैन्य कर्मियों की क्षमताओं को बढ़ाना है.

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