बेंगलुरु:अगले आम चुनाव 2024 से पूर्व भाजपा विरोधी मोर्चा बनाने के प्रयासों को लेकर कोई आशावादी रुख जाहिर किए बिना जनता दल (सेक्युलर) के सुप्रीमो एच डी देवेगौड़ा ने मंगलवार को कहा कि वह यह नहीं बता सकते कि कौन सी पार्टी सांप्रदायिक है और कौन सी नहीं. पूर्व प्रधानमंत्री ने सवाल किया कि क्या देश में कोई ऐसी पार्टी है जिसका भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से कोई संबंध नहीं है.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा विरोधी मोर्चा बनाने की कोशिश के बारे में एक सवाल पर देवेगौड़ा ने कहा, 'मैं इस देश की राजनीति का विस्तार से विश्लेषण कर सकता हूं, लेकिन क्या फायदा? मुझे एक ऐसी पार्टी दिखाइए, जो प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से भाजपा से जुड़ी नहीं है. मुझे पूरे देश में एक पार्टी दिखाइए, तब मैं जवाब दूंगा.' उन्होंने पत्रकारों से कहा, 'कांग्रेस के कुछ नेता कह सकते हैं- लेकिन, क्या वे करुणानिधि (द्रमुक) के पास नहीं गए, जिन्होंने प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से छह साल तक भाजपा का समर्थन किया था...'
पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा, 'इसलिए मैं इस देश में राजनीतिक माहौल पर चर्चा नहीं करना चाहता. इसकी कोई आवश्यकता नहीं है, मैंने इसे प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, सांसद के रूप में देखा है...महाराष्ट्र में क्या हुआ? मैं कई घटनाओं का जिक्र कर सकता हूं.' समान विचारधारा वाले दलों के अनुरोध पर भाजपा के खिलाफ मोर्चा बनाने या इसमें शामिल होने के सवाल पर टिप्पणी करने से इनकार करते हुए देवेगौड़ा ने कहा, ‘‘कौन सांप्रदायिक है, कौन सांप्रदायिक नहीं है, मुझे नहीं पता. सबसे पहले सांप्रदायिक और गैर सांप्रदायिक की परिभाषा तय हो जाए, फिर बहुत गुंजाइश है.'
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 12 जून को पटना में विपक्षी दलों की बैठक बुलाई थी. अब इस कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया है. मीडिया के एक धड़े में ऐसी खबरें आई हैं कि जद(एस) 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए भाजपा के साथ गठबंधन करेगा. इस संबंध में देवेगौड़ा ने कहा कि वह और उनकी पार्टी ऐसी बातों पर ध्यान नहीं देते. देवेगौड़ा ने कहा, 'आम चुनाव के संबंध में, कई तरह की चीजें हैं, हम इस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं. हमारी ताकत हमारे कार्यकर्ता हैं. उन्हें एकजुट और प्रोत्साहित करके क्षेत्रीय पार्टी को मजबूत करने, इसे बचाने और आगे बढ़ाने की दिशा में काम करना होगा.'