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जिलाधीश के साथ सीतारमण के बर्ताव से बहुत ज्यादा स्तब्ध हूं : केटीआर - निर्मला सीतारमण तेलंगाना यात्रा

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने तेलंगाना के एक जिलाधिकारी को फटकार लगा दी. उनका यह बर्ताव तेलंगाना राज्य के मंत्री केटी रामाराव को पसंद नहीं आया और उन्होंने उनके इस व्यवहार पर हैरानी जताई.

Nirmala Ritaraman
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Published : Sep 3, 2022, 12:15 PM IST

Updated : Sep 3, 2022, 12:56 PM IST

हैदराबाद: तेलंगाना पहुंची केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitaraman) ने एक जिलाधिकारी को फटकार लगा दी. उनका यह बर्ताव तेलंगाना राज्य के मंत्री केटी रामाराव (KTR) को पसंद नहीं आया और उन्होंने उनके इस व्यवहार पर हैरानी जताई. उन्होंने कहा कि उच्च पदों पर आसीन लोगों का ऐसा बर्ताव अखिल भारतीय सेवा के मेहनती अधिकारियों का मनोबल गिराएगा. दरअसल, निर्मला सीतारमण ने उचित मूल्य की दुकानों के जरिये चावल की आपूर्ति में केंद्र तथा राज्य का हिस्सा पूछने पर जवाब न दे पाने के कारण जिलाधीश को फटकार लगाई थी.

केटीआर ने ट्वीटर पर घेरा: इसकी जानकारी जब केटीआर को हुई तो उन्होंने शुक्रवार रात ट्वीट करते हुए लिखा कि 'मैं कामरेड्डी के जिला मजिस्ट्रेट/जिलाधीश के साथ वित्त मंत्री सीतारमण के बुरे बर्ताव से स्तब्ध हूं.' उन्होंने लिखा कि 'सड़कों पर यह राजनीतिक तमाशा कठिन परिश्रमी IAS (भारतीय प्रशासनिक सेवा) अधिकारियों का केवल मनोबल गिराएगा. भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी जितेश वी पाटिल के गरिमापूर्ण व्यवहार पर उन्हें मेरी तरफ से शुभकमानाएं.'

गौरतलब है कि बिरकूर में पीडीएस (जन वितरण प्रणाली) राशन की एक दुकान के निरीक्षण के दौरान केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने जितेश पाटिल से यह भी पूछा था कि वहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर क्यों नहीं है. गौरतलब है कि बीते शुक्रवार को ही केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने तेलंगाना के कामारेड्डी के जिलाधिकारी जितेश पाटिल (Collector Jitesh V Patil) की तब खिंचाई की थी जब वह इस बात का जवाब नहीं दे सके कि उचित मूल्य की दुकानों के माध्यम से आपूर्ति किए जाने वाले चावल में केंद्र और राज्य का हिस्सा कितना है.

पढ़ें:मिस्टर कलेक्टर! पीडीएस चावल पर केंद्र-राज्य के हिस्से का सही से जवाब दीजिए : सीतारमण

केंद्र और राज्य की हिस्सेदारी पर नहीं दे पाए थे जवाब: उन्होंने जिलाधिकारी से पूछा, 'जो चावल खुले बाजार में 35 रुपये में बिक रहा है, वह यहां एक रुपये में लोगों को बांटा जा रहा है. इसमें राज्य सरकार का कितना हिस्सा है?' वित्त मंत्री ने कहा कि केंद्र साजो-सामान और भंडारण सहित सभी लागत को वहन करते हुए सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) की दुकानों में चावल की आपूर्ति कर रहा है और यह जवाब पाने की कोशिश कर रहा है कि मुफ्त चावल लोगों तक पहुंच रहा है या नहीं. सीतारमण ने कहा कि केंद्र लगभग 30 रुपये देता है और राज्य सरकार चार रुपये देती है, जबकि लाभार्थियों से एक रुपया वसूला जाता है.

(पीटीआई-भाषा)

Last Updated : Sep 3, 2022, 12:56 PM IST

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