श्योपुर। नामीबिया से मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क लाए गए 8 चीतों में से 2 मेल चीतों को बड़े बाड़े में छोड़ा गया. चीतों को शनिवार शाम 7 बजे गेट नंबर 4 से बड़े बाड़े में छाेड़ा गया है. चीताें काे टास्क फाेर्स के सदस्याें ने चर्चा के बाद अधिक दिन तक रखना ठीक नहीं बताकर छोड़ा. शेष चीताें काे भी चरणबद्ध तरीके से जल्द ही बड़े बाड़े में छाेड़ा जाएगा. इस पर पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर खुशी जाहिर की है. पीएम ने लिखा-''बढ़िया खबर! क्वारंटाइन के बाद 2 चीतों को बड़े बाड़े में छोड़ दिया गया है, अन्य को जल्द ही छोड़ा जाएगा. मुझे यह जानकर भी खुशी हुई कि सभी चीते स्वस्थ हैं, सक्रिय हैं और अच्छी तरह से तालमेल बिठा रहे हैं''. (2 Leopard Quarantine Completed)
17 सितंबर से क्वारंटीन हैं चीते: बता दें कि चीते नामीबिया से 17 सितंबर को कूनो नेश्नल पार्क आए थे. तभी से क्वारंटीन थे, 49 दिन बाद यानि 5 नवंबर को 2 चीतों को रिलीज किया गया. यह दाेनाें चीते अब 50 दिन के बाद शिकार करेंगे. इस दौरान टास्क फाेर्स समिति के सदस्य एनटीसीए के आइजी अमित मलिक, पीसीसीएफ वन्यजीव जेएस चौहान सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे. बाड़े में हिरन, चीतल जैसे छोटे जानवर शिकार के लिए मौजूद हैं. कूनो नेशनल पार्क के अधिकारियों का कहना है कि दो नर चीते बड़े बाड़े में रिलीज किए गए हैं, अन्य चीतों को भी जल्द बड़े बाड़े में छोड़ा जाएगा.
MP: नामीबियाई चीते नवंबर में पार्क के बड़े बाड़े में होंगे शिफ्ट- टास्क फोर्स सदस्य
केंद्र सरकार ने किया था चीता टास्क फोर्स का गठन: पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने 72वें जन्मदिन पर नामीबिया से आए 8 चीतों को मध्य प्रदेश के श्योपुर में कूनो नेशनल पार्क के एनक्लोजर में छोड़ा था. बता दें कि केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने मध्य प्रदेश के कुनो राष्ट्रीय उद्यान और अन्य उपयुक्त निर्दिष्ट क्षेत्रों में चीतों की निगरानी के लिए नौ सदस्यीय कार्यबल का गठन किया था. पिछले महीने अपने मासिक रेडियो प्रसारण 'मन की बात' में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि कार्यबल तय करेगा कि लोग राष्ट्रीय उद्यान में चीतों को कब देख सकते हैं.
बड़े बाड़े में छोड़े गए दो मेल चीते
मोदी ने एक मादा चीता का नाम रखा आशाःनामीबिया से आए पांच मादा चीताें में से एक को आशा नाम से दिया गया है. यह नाम खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुझाया था. उन्होंने 17 सितंबर को कूनो में चीतों को बाड़े में छोड़कर 70 साल के इंतजार को खत्म किया था. लगभग चार साल की आशा को चीता संरक्षण कोष (CCF) में लाए जाने के बाद कोई नाम नहीं दिया गया. इसलिए नामीबिया और सीसीएफ ने जन्मदिन के उपहार के रूप में पीएम मोदी के लिए मादा चीता का नामकरण करने का अवसर आरक्षित किया था.
(MP Cheetah Project) (Sheopur kuno National Park) (2 Leopard Quarantine Completed) (Kuno National Park) (2 male leopards left in big enclosure)