दिल्ली

delhi

ETV Bharat / bharat

महाकुंभ 2021 : शांतिकुंज बनेगा 'आधुनिक भगीरथ', घर-घर पहुंचाएंगे गंगा जल

धर्मनगरी हरिद्वार में महाकुंभ का आयोजन होने जा रहा है. 'आपके द्वार पहुंचा हरिद्वार' कार्यक्रम के तहत कोरोना काल में गायत्री परिवार ने लोगों को घर बैठे गंगाजल पहुंचाने की योजना बनाई है.

mahakumbh 2021
पवित्र गंगाजल

By

Published : Jan 21, 2021, 8:04 PM IST

हरिद्वार : कोरोना महामारी के कारण देशभर के लाखों श्रद्धालु धर्मनगरी हरिद्वार नहीं आ सकेंगे. ऐसे में अखिल विश्व गायत्री परिवार 'आपके द्वार पहुंचा हरिद्वार' अभियान के तहत लोगों के घरों में मां गंगा को पहुंचाने का भागीरथ प्रयास कर रहा है. बता दें इस महा अभियान का शुभारंभ भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने किया था.

गंगाजल और वेदमाता गायत्री के चित्र पहुंचेंगे घर-घर

'आपके द्वार पहुंचा हरिद्वार' कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य देशभर में हरिद्वार की गंगा, यज्ञ और संस्कारों से लोगों अवगत कराना है. अभियान की जानकारी देते हुए शांतिकुंज के वरिष्ठ प्रतिनिधि केदार प्रसाद दुबे ने बताया कि यह विश्व और कुंभ के इतिहास में पहली बार है, जब कुंभ लोगों के घरों तक पहुंच रहा है.

आपके द्वार पहुंचा हरिद्वार

यह महा अभियान पूर्ण रूप से निशुल्क है. इसके अंतर्गत प्रथम चरण में देशभर के 50 हजार घरों तक गंगाजल, मां गंगा और वेदमाता गायत्री की फोटो और युग साहित्य पहुंचाया जाएगा.

ये भी पढ़ें:महाकुंभ 2021: शाही स्नान के दिन VIP भक्तों की नो एंट्री, नहीं लगा पाएंगे खास बनकर आस्था की डुबकी

शांतिकुंज के कार्यकर्ता डॉ. गोपाल कृष्ण शर्मा ने बताया कि आज जब पूरा विश्व कोरोना महामारी से जूझ रहा है, ऐसे में देश के उन सुदूर गांवों में रहने वाले लोग चाहकर भी हरिद्वार कुंभ स्नान के लिए नहीं आ सकते.

पवित्र गंगाजल पहुंचाएगा गायत्री परिवार

ऐसे में शांतिकुंज गायत्री परिवार उनके घर तक पवित्र गंगाजल पहुंचा रहा है. उन्हें कुंभ के महत्व एवं कुंभ के आध्यात्मिक अर्थ को समझाने का प्रयास कर रहा है.

ये भी पढ़ें:महाकुंभ 2021 के लिए हरिद्वार तैयार, हरकी पैड़ी का दिखेगा अलग रूप

कुंभ के साथ ही 2021 में गायत्री तीर्थ शांतिकुंज की स्थापना के 50 वर्ष भी पूरे होने जा रहे हैं. ऐसे में गायत्री परिवार से जुड़े देश-विदेश के असंख्य परिजन वेदमूर्ति तपोनिष्ठ पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य की कर्मस्थली हरिद्वार आने को उत्सुक हैं. लेकिन कोरोना के कारण यह संभव नहीं है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details