अलीपुरद्वार : पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार में एक परिवार के सात सदस्यों ने चुनाव ड्यूटी से बचने और एक पारिवारिक शादी में शामिल होने के लिए 8 जुलाई को होने वाले पंचायत चुनाव लड़ने का फैसला किया है. ये सभी सरकारी नौकरी में हैं. सूत्रों के मुताबिक, 5 जुलाई को शादी और 7 जुलाई को रिसेप्शन तय किया गया था. चुनाव ड्यूटी से बचने के लिए, पाल के परिवार के सदस्यों ने स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने का फैसला किया.
यह विचित्र घटना अलीपुरद्वार जिले के फालाकाटा ब्लॉक के जटेश्वर गांव के पालपारा पंचायत की है. परिवार के कई सदस्य शिक्षक के पद पर कार्यरत हैं और नियमानुसार उन्हें पंचायत चुनाव की ड्यूटी करनी पड़ती. सात सदस्यों ने चुनाव ड्यूटी से बचने और 7 जुलाई को विवाह समारोह में शामिल होने के लिए कानून का इस्तेमाल अपने फायदे के लिए किया. उन सभी ने 500 रुपये जमा किए और चुनाव लड़ने के लिए नामांकन पत्र दाखिल किया. जिसके बाद उन्हें चुनाव चुनाव की प्रक्रिया में काम पर नहीं लगाया जा सकता था.
यह विचित्र घटना अलीपुरद्वार जिले के फालाकाटा ब्लॉक के जटेश्वर गांव के पालपारा में घटी. बताया जा रहा है कि जटेश्वर पालपारा के सेवानिवृत्त हाई स्कूल हेडमास्टर जीबन कृष्ण पाल के बेटे की शादी थी. शादी 5 जुलाई को होनी है जबकि रिसेप्शन 7 जुलाई को पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव से पहले है. जटेश्वर हाई स्कूल के सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापक जीबन कृष्ण पाल ने कहा कि परिवार के सदस्यों को लगा कि अगर वे चुनाव ड्यूटी स्वीकार करते हैं तो उन्हें प्रशिक्षण और फिर मतदान ड्यूटी से गुजरना होगा. इसलिए, उन्होंने शादी समारोह में शामिल होने के लिए चुनाव लड़ने का फैसला किया है.