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अनुच्छेद 370 के 'सुप्रीम' फैसले पर पीएम मोदी का लेख, अब जाकर हटा कलंक, लिखी जाएगी नई इबारत - PM Modis article on Article 370

देश की सर्वोच्च अदालत ने सोमवार को आर्टिकल 370 को लेकर बड़ा फैसला सुनाया. कोर्ट ने कहा कि यह स्थाई प्रावधान नहीं है. इसके साथ ही कोर्ट ने कहा कि अगले साल सितंबर 2024 तक चुनाव कराए जाएं. Article 370, Supreme Court. HM Amit Shah in Rajya Sabha, Article 370, No malafide in Presidents exercise of power. SC upholds abrogation of Article 370)

PM Modi's article on Article 370
अनुच्छेद 370 के 'सुप्रीम' फैसले पर पीएम मोदी का लेख

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Dec 12, 2023, 9:52 AM IST

Updated : Dec 12, 2023, 2:13 PM IST

नई दिल्ली:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नेअनुच्छेद 370 पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर एक लेख लिखा है. उन्होंने अपनी राय व्यक्त करते हुए लिखा कि अनुच्छेद 370 और 35-ए जम्मू-कश्मीर के विकास में रोड़े बने हुए थे, जिन्हें हमने हटा दिया है. पीएम मोदी ने आगे लिखा कि आर्टिकल 370 हमेशा से कलंक लगता था. अब ये कलंक हट गया है. उन्होंने कहा कि सोमवार 11 दिसंबर को सुप्रीम कोर्ट ने ऐतिहासिक फैसला सुनाया है, जो नए भारत की इबारत लिखेगा.

उन्होंने लिखा कि देश की सर्वोच्च अदालत ने देश की संप्रभुता और अखंडता को बरकरार रखा है. पीएम ने लिखा कि आज से ठीक 5 साल पहले 5 अगस्त 2019 को हमारी सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया था, जिस पर आज मुहर लग गई है. सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए पीएम मोदी ने लिखा कि अनुच्छेद 370 कभी भी स्थाई नहीं रहा. प्रधानमंत्री ने लिखा कि मैं हमेशा से चाहता था कि आर्टिकल 370 जल्द से जल्द हटे, जिससे जम्मू-कश्मीर का विकास हो सके. हमारी सरकार ने जम्मू-कश्मीर के निवासियों की पीड़ा कम करने का काम किया है.

संपादकीय में पीएम मोदी ने लिखा कि आर्टिकल 370 के हटते ही लोगों को उनके अधिकार वापस मिले. अनुच्छेद 370 की वजह से एक दूरी दिख रही थी. इस दूरी के चलते जम्मू-कश्मीर में जो कुछ करना चाह रहे थे वह नामुमकिन सा लग रहा था. हमारे देश के लोग जम्मू-कश्मीर में अपने सपनों को उड़ान देना चाहते थे, लेकिन अनुच्छेद 370 बाधा बन रही थी. अब वह वक्त आ गया है जब यहां भी लोग अपने सपनों को पूरा होते देख सकेंगे.

पीएम मोदी ने अपने लेख में लिखा कि जम्मू-कश्मीर केवल एक राजनीतिक मुद्दा नहीं था. आज जम्मू-कश्मीर का हर बच्चा यहां अपनी आकांक्षाओं को नया रंग दे सकता है. आज निराशा आशा में बदल गई है.

Last Updated : Dec 12, 2023, 2:13 PM IST

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