मुंबई: संजय राउत ने 22 जनवरी को अयोध्या में श्रीराम मंदिर के उद्घाटन के लिए उद्धव ठाकरे और शरद पवार को आमंत्रित नहीं करने पर भाजपा की आलोचना की है. उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि अयोध्या में बीजेपी की सरकार है और बीजेपी ने एक तरह से भगवान श्रीराम का अपहरण कर लिया है. सांसद संजय राउत ने आलोचना करते हुए कहा कि हमने उनके निमंत्रण का इंतजार नहीं किया. वह मुंबई में मीडिया से बात कर रहे थे.
सांसद संजय राउत ने कहा, 'बीजेपी हमें बुलाने वाली कौन है? जब प्रभु श्रीरामचन्द्र हमें बुलाएँगे तो हम दर्शन के लिए जायेंगे. जो लोग इसे लेकर राजनीति कर रहे हैं उनका राम से कोई संबंध नहीं है. साथ ही इसका उन विचारों से कोई संबंध नहीं है. ये सिर्फ चुनावी हथकंडा है. क्या आपको निमंत्रण मिला है? क्या आपको निमंत्रण मिला है? हमें इससे क्या लेना-देना?
ये बीजेपी का कार्यक्रम है. यह उनका मामला है कि वे अपनी पार्टी के कार्यक्रम में किसे बुलाएं या नहीं बुलाएं. वे रामलला के लिए कार्यक्रम नहीं करते. अगर ऐसा होता तो वे पूरे देश को आमंत्रित करते. बीजेपी का कार्यक्रम खत्म होने के बाद हम रामल्ला के दर्शन करने जाएंगे. हिंदू संस्कृति में भगवान के दरबार में ऐसा कभी नहीं होता. देश में निमंत्रण की राजनीति कभी नहीं हुई. भारतीय संसद के उद्घाटन के समय भी यही हुआ था. अयोध्या में राम मंदिर के मामले में भी यही चल रहा है. ये सभी समारोह एक ही पार्टी के हैं.
ये कोई देश या राष्ट्रीय उत्सव नहीं हैं. देश की संसद, अयोध्या राम मंदिर राष्ट्र को समर्पित है. जिनके पास अयोध्या के मंदिर में योगदान देने के लिए कुछ नहीं है वे अब आगे हैं. अगर भारतीय जनता पार्टी सोचती है कि वह बहुत अच्छा काम कर रही है, तो यह गलत है.