बागपत: अपने बयानों को लेकर चर्चाओं में रहने वाली विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) की नेता साध्वी प्राची ने मंगलवार को बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि देवबंद में सद्भाव जलसा नहीं, ये आतंकियों का सेमिनार हुआ है. उन्होंने कहा कि ओवैशी, तौकीर रजा और मदनी पर सरकार नजर रखे, क्योंकि ये देश में गृह युद्ध करना चाहते हैं. ये देश के अंदर छिपे हुए आतंकवादी हैं.
उन्होंने ज्ञानवापी विवाद पर भी अपना पक्ष रखते हुए कहा कि ज्ञानवापी पर हमें पूजा-पाठ का अधिकार मिलना चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ताजमहल और कुतुबमीनार की खुदाई करा दो तो मन्दिर ही निकलेंगे. क्योंकि ज्यादातर मन्दिरों को तोड़कर मस्जिदें बनी हैं. यही नहीं उन्होंने कहा कि जामा मस्जिद की भी खुदाई करा दो तो मन्दिर के ही अवशेष मिलेंगे. उन्होंने कहा कि तौकीर रजा, ओवैशी ओर मदनी लोगों को डराना बन्द करो और अपने पूर्वजों से पूछो की बंटवारे के वक्त पाकिस्तान मिला था तो वहां क्यों नहीं चले गए.
देवबन्द में मदनी के जलसा करने पर बोलीं साध्वी प्राची
जो सद्भाव जलसा का नाम दिया वो सद्भाव जलसा नहीं था, वो आतंकियों का सेमिनार कराया गया है. मदनी बोल रहे है जिसको हमारा धर्म स्वीकार नहीं है, वो देश छोड़ दे. तुम्हारा मजहब जुम्मे -जुम्मे आया है. उन्होंने कहा कि मदनी कान खोल कर के सुन लो ओवैशी हो या तौकीर रजा या मदनी सरकार से निवेदन करना चाहती हूं कि इन पर नजर रखी जाए क्योंकि ये हिंदुस्तान के अंदर गृह युद्ध कराना चाहते हैं. इनकी मनसा कुछ और है. ये हिंदुस्तान के अंदर छुपे हुए आतंकी है. जितनी गतिविधियां क्रिया- कलाप आतंकियों के हो रहे हैं. इन लोगों के संरक्षण से चल रहे हैं. इन पर कड़ी नजर रखी जाए. हिंदुस्तान हमारा है, हिंदुस्तानियों का है. सऊदी अरब के फरमान यहां नहीं चलेगा. ये देश संविधान से चलेगा. शरीयत से हिंदुस्तान नहीं चलेगा.
ज्ञानव्यापी दिया ये बयान