जम्मू : सुप्रीम कोर्ट के जम्मू में हिरासत में लिए गए रोहिंग्याओं को कानून का पालन किए बगैर म्यांमार प्रत्यर्पित नहीं करने के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व उप मुख्यमंत्री कविंदर गुप्ता ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि रोहिंग्या शरणार्थियों को जल्द से जल्द म्यांमार भेजा जाना चाहिए.
उन्होंने कहा कि रोहिंग्या शरणार्थी सैकड़ों की तादाद में 10 राज्य पार कर जम्मू-कश्मीर कैसे पहुंचे, इसकी जांच होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि रोहिंग्या शरणार्थी शक के दायरे में रहे हैं. इसलिए इन्हें भेजने पर जल्द फैसला करना जरूरी है.
भाजपा नेता कविंदर गुप्ता का बयान बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को स्पष्ट किया कि जम्मू में हिरासत में लिए गए रोहिंग्याओं को अधिकारियों द्वारा इस तरह के निर्वासन के लिए निर्धारित प्रक्रिया का पालन किए बगैर म्यांमार प्रत्यर्पित नहीं किया जाएगा.
प्रधान न्यायाधीश एसए बोबडे की अध्यक्षता वाली एक पीठ ने कहा कि यह सही है कि संविधान के अनुच्छेद 14 और 21 के तहत गारंटी वाले अधिकार उन सभी व्यक्तियों के लिए उपलब्ध हैं, जो नागरिक हो सकते हैं या नहीं हो सकते हैं, लेकिन निर्वासित होने का अधिकार नहीं है.
सुप्रीम कोर्ट ने उस याचिका पर यह आदेश पारित किया, जिसमें जम्मू में हिरासत में लिए गए रोहिंग्या शरणार्थियों को तुरंत रिहा करने और उन्हें म्यांमार प्रत्यर्पित करने से रोकने के लिए केंद्र को निर्देश देने के लिए अनुरोध किया गया था.