रांची/नई दिल्लीःझारखंड में सत्तारूढ़ महागठबंधन सरकार में सियासी घमासान जारी है. सरकार में गतिरोध की खबरें दिल्ली तक पहुंच गईं हैं. इसको लेकर सतर्क हुए कांग्रेस आलाकमान ने झारखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष, सरकार के चारों मंत्रियों समेत 30 वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं को 5 अप्रैल को दिल्ली तलब कर लिया है. बता दें कि झारखंड में सत्तारूढ़ महागठबंधन सरकार के मुख्य घटक दलों जेएमएम और कांग्रेस के बीच गतिरोध आ गया है. कांग्रेस के सवालों और प्रस्तावों पर जेएमएम लीडर और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जवाब तक नहीं दे रहे हैं. इससे झारखंड कांग्रेस के नेता असहज हैं. कांग्रेस की ओर से भेजे गए कॉमन मिनिमम प्रोग्राम और समन्वय समिति के प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की ओर से अब तक जवाब नहीं दिया गया है. 29 दिन पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भेजे गए प्रस्ताव पर किसी जवाब का आज भी कांग्रेस नेता इंतजार कर रहे हैं.
कांग्रेस का मुख्यमंत्री पर तंजःइधर झारखंड कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडेय की तरफ से जेएमएएम सुप्रीमो शिबू सोरेन को भेजे गए प्रस्ताव का भी कोई जवाब नहीं आया है. इसको लेकर कांग्रेस में नाराजगी है. झारखंड कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडेय ने तंज भी कसा है, उन्होंने कहा कि शायद मुख्यमंत्री ज्यादा आवश्यक कार्य में व्यस्त हैं, इसलिए अति-आवश्यक काम छूट गया. इधर खींचतान के बीच कांग्रेस ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है. झारखंड प्रदेश के कांग्रेस प्रभारी ने कांग्रेस संगठन कील-कांटे दुरुस्त करने शुरू कर दिए हैं. उन्होंने कांग्रेस संगठन को मजबूत करने के लिए लगातार झारखंड में दौरे और संवाद यात्रा करने की योजना बनाई है.
इस बीच जेएमएम विधायकों के पाला बदलने की अटकलों के बीच कांग्रेस ने भी तेवर तल्ख करने शुरू कर दिए हैं. इस बीच झारखंड कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडेय ने सहयोगी दल जेएमएम से नाराजगी का इजहार भी कर दिया है. उन्होंने कहा कि जेएमएम किसी गलतफहमी में न रहे, हम गठबंधन सरकार की बेहतरी के लिए प्रयास कर रहे हैं. इसीलिए कॉमन मिनिमम प्रोग्राम और समन्वय समिति का प्रस्ताव भेजा है और इसीलिए पहल की है. इसलिए इसे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेने गंभीरता से लें.
रांची में कयासों का बाजार गर्म:कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अभी हाल ही में दो दिवसीय दौरे पर झारखंड आए थे. महंगाई मुक्त भारत के लिए राजभवन के समक्ष धरना, कांग्रेस विधायक दल की बैठक और युवा कांग्रेस के प्रशिक्षण शिविर में शामिल हुए थे. फिर 07 अप्रैल को भी अविनाश पांडे का रांची दौरा प्रस्तावित है. ऐसे में 05 अप्रैल को सभी मंत्रियों और झारखंड कांग्रेस के अध्यक्ष,कार्यकारी अध्यक्षो को दिल्ली तलब किए जाने से रांची में अटकलों का बाजार गर्म है, तरह तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. इधर बैठक के लिए संसदीय कार्यमंत्री आलमगीर आलम,वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव, कृषि मंत्री बादल पत्रलेख पांच अप्रैल सुबह विमान से दिल्ली पहुंचेंगे.